कोलकाता: देश की सबसे पुरानी कार बनानेवाली कंपनी हिंदुस्तान मोटर्स आर्थिक तंगी से उबरने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी हुई है. अपने खर्च को कम करने के लिए कंपनी अब अपने कर्मचारियों की छंटनी करने लगी है.
24 मई को हुगली जिले के उत्तरपाड़ा स्थित प्लांट में उत्पादन करने के बाद अब कंपनी ने यहां के प्रबंधन विभाग के 240 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का नोटिस थमा दिया है. इन 240 कर्मचारियों में से ज्यादातर लोग कंपनी के वित्त व मानव संसाधन विभाग में कार्यरत थे.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को कंपनी की ओर से इन सभी कर्मचारियों को काम से हटाने का नोटिस जारी किया गया है. कंपनी में 2300 श्रमिक कार्यरत हैं. इस संबंध में कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी अपने खर्च को कम करने के लिए पिछले दो-तीन वर्षो से प्रबंधन विभाग का पुनर्गठन करने में जुटी हुई है. यहां उत्पादित किये जानेवाले अंबेसडर कार की मांग में काफी कमी आयी है और यहां आवश्यकता से अधिक कर्मचारी हैं. खर्च को नियंत्रित करने के लिए कंपनी ने यह फैसला लिया है. देश में जब से जापान व कोरिया की कार उत्पादन करनेवाली कंपनियों ने उत्पादन शुरू किया है, तब से अंबेसडर कार की मांग कम हो गयी है.
इस संबंध में कंपनी के मानव संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कर्मचारियों को हटाने का फैसला वरिष्ठ अधिकारियों ने किया है. इससे यहां के श्रमिकों में फिर से उत्पादन शुरू होने की उम्मीद जगी है. हालांकि इस संबंध में राज्य के श्रम विभाग की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आयी है. इस संबंध में 12 जून को राज्य के श्रम मंत्री पुर्णेदु बसु के नेतृत्व में त्रिपक्षीय बैठक होगी.