कोलकाता: राज्य में चिकित्सक व शिक्षकों की कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने चिकित्सक व मेडिकल शिक्षक की कार्य सीमा को बढ़ाने का फैसला किया है. सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री ने दोनों पेशेवरों की कार्य सीमा को बढ़ाया है.
बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब से चिकित्सकों की कार्य सीमा को 60 से बढ़ा कर 62 वर्ष कर दिया गया है, जबकि मेडिकल शिक्षकों की कार्य सीमा को 60 वर्ष से बढ़ा कर 65 वर्ष किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में 40 नये सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल खोलने की योजना बनायी गयी है, इसमें से 34 अस्पतालों के लिए निविदा भी आमंत्रित की जा चुकी है.
इसके साथ ही और आठ मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जायेगी, इनमें से पांच मेडिकल कॉलेज सरकारी व तीन निजी होंगे. उन्होंने बताया कि कूचबिहार, रायगंज, डायमंड हार्बर, पुरूलिया व रामपुरहाट में सरकारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल बनाये जायेंगे. इसलिए यहां भी अधिक से अधिक चिकित्सक व मेडिकल शिक्षकों की आवश्यकता होगी. इसके साथ ही उन्होंने प्राथमिक हेल्थ केयर सेवाओं का भी पुनर्विकास करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न अस्पतालों में बेडों की संख्या 10 हजार बढ़ायी जायेगी. उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए इसके प्रत्येक श्रेणी का विकास किया जायेगा, ताकि प्राथमिक स्तर से लेकर बड़े अस्पतालों में बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सके.