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एवरेस्ट पर्वतारोही छंदा गायेन का कोई सुराग नहीं

कोलकाता/हावड़ा: कंचनजंघा की 8505 मीटर ऊंची चोटी पर चढ़ने की कोशिश करते समय हिमस्खलन की वजह से लापता हुई पर्वतारोही छंदा गायेन और दो शेरपाओं का अब तक कोई पता नहीं चला है. हालांकि उनकी खोज के लिए गुरुवार सुबह से ही अभियान शुरू हुआ, लेकिन खराब मौसम की वजह से अभियान को बीच में […]

कोलकाता/हावड़ा: कंचनजंघा की 8505 मीटर ऊंची चोटी पर चढ़ने की कोशिश करते समय हिमस्खलन की वजह से लापता हुई पर्वतारोही छंदा गायेन और दो शेरपाओं का अब तक कोई पता नहीं चला है. हालांकि उनकी खोज के लिए गुरुवार सुबह से ही अभियान शुरू हुआ, लेकिन खराब मौसम की वजह से अभियान को बीच में ही बंद करना पड़ा.

इस संबंध में राज्य के युवा कल्याण मंत्री अरूप विश्वास ने बताया कि नेपाल में तलाशी अभियान के लिए भारतीय सेना से भी मदद करने की अपील की गयी है. इस संबंध में राज्य सरकार ने रक्षा मंत्रलय से संपर्क साधा है. गुरुवार दिन में खराब मौसम के चलते नेपाल में कंचनजंघा बेस कैंप से हेलीकॉप्टर से कोई तलाशी और राहत अभियान नहीं चल पाया. राज्य सरकार की ओर से राहत अभियान में समन्वय के लिए दो पर्वतारोहियों उज्जवल राय और देवदास नंदी सहित तीन सदस्यीय एक टीम भेजी गयी है.

श्री विश्वास ने कहा कि राज्य सरकार विदेश मंत्रलय के जरिये नेपाल सरकार के साथ समन्वय कर रहे हैं और इस तलाशी अभियान में हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट भी हर संभव मदद कर रही है, लेकिन अब तक लापता लोगों के बारे में कोई समाचार नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि इस राहत अभियान पर आने वाले सभी खर्च का वहन राज्य सरकार करेगी. छंदा गायेन, पश्चिम बंगाल से ऐसी पहली असैन्य महिला के रूप में जानी जाती हैं, जो माउंट एवरेस्ट को भी फतह कर चुकी हैं. वह 18 मई को शहर के तीन अन्य पर्वतारोहियों टुसी दास, दीपंकर घोष और राजीव भट्टाचार्य के साथ तीसरी सबसे लंबी चोटी कंचनजंघा मेन पर चढ़ी थीं.

जानकारी के अनुसार टुसी, राजीव और दीपंकर ने इसके बाद आधार शिविर लौटने का फैसला किया, जबकि छंदा गायेन ने दो शेरपाओं के साथ पास की या लुंग कांग जिसे कंचनजंघा वेस्ट के नाम से भी जाना जाता है, पर चढ़ने का फैसला किया.

छंदा के घर पहुंचे नेपाल के कांसुलेट जनरल : गुरूवार शाम नेपाल के कांसुलेट जनरल चंदर कुमार घिमिरे छंदा गायेन के घर पहुंचे व परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने इस घटना को दुखद बताया. चंदर कुमार घिमिरे ने बताया कि नेपाल सरकार की ओर से तलाशी अभियान की जा रही है लेकिन मौसम खराब होने की वजह से अभियान को रोकना पड़ा है. मौसम ठीक होते ही तलाशी अभियान फिर से शुरू हो जायेगी. वहीं दूसरी तरफ छंदा के घर आज भी राजनैतिक दलों के नेताओं का तांता लगा रहा. सांसद व कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा, सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी, मेयर डॉ रथीन चक्रवर्ती सहित कई नेता छंदा के घर पहुंचे व मां जया गायेन से मुलाकात करते हुए हरसंभव मदद करने की बात कहीं. मां जया गायेन ने बताया कि अभी तक बेटी की कोई खबर नहीं मिली है. तीन दिनों से वह बेहद परेशान है. सभी लोग आ रहे है और आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन बेटी कहां है, यह अभी तक किसी ने नहीं बताया है.

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