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ढीली हुई तृणमूल की पकड़

कई मंत्रियों के विस क्षेत्र में पार्टी को मिले कम वोट कोलकाता : लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस भले ही राज्य में 34 सीटें हासिल कर रिकार्ड बनायी है और वाम मोरचा भी दो सीटों पर सिमट गया हो, लेकिन भाजपा के उत्थान से कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की पकड़ ढीली पड़ती नजर आ रही […]

कई मंत्रियों के विस क्षेत्र में पार्टी को मिले कम वोट

कोलकाता : लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस भले ही राज्य में 34 सीटें हासिल कर रिकार्ड बनायी है और वाम मोरचा भी दो सीटों पर सिमट गया हो, लेकिन भाजपा के उत्थान से कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की पकड़ ढीली पड़ती नजर आ रही है. आसनसोल में भाजपा प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो की जीत और तृणमूल प्रत्याशी डोला सेन की पराजय पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज हुईं.

वहां से मंत्री मलय घटक को इस्तीफा देने निर्देश का दिया. कई विधानसभा क्षेत्र, जो तृणमूल कांग्रेस के गढ़ माने जाते हैं, वहां पार्टी की पकड़ कमजोर हुई है. कई क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव की तुलना में लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को कम वोट मिले हैं.

दक्षिण कोलकाता लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़नेवाले भवानीपुर विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जीती थीं, लेकिन लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार सुब्रत बख्शी को विधानसभा चुनाव की तुलना में 184 वोट कम मिले.

वहीं, यादवपुर विधानसभा क्षेत्र जहां से राज्य के बिजली मंत्री मनीष गुप्ता ने तीन वर्ष पहले पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को पराजित कर जीत हासिल की थी. उस विधानसभा क्षेत्र से लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी सुगत बसु से माकपा के प्रत्याशी सुजन चक्रवर्ती को 306 मत अधिक मिले.

चौरंगी विधानसभा क्षेत्र जहां से तृणमूल की निलंबित विधायक शिखा मित्र प्रतिनिधित्व करती हैं, तृणमूल प्रत्याशी व उत्तर कोलकाता से विजयी तृणमूल उम्मीदवार सुदीप बंद्योपाध्याय से कांग्रेस को 1,548 मतों से बढ़त मिली. जोड़ासांकू से तृणमूल की विधायक स्मिता बक्शी हैं, लेकिन इस विधानसभा क्षेत्र में भी तृणमूल प्रत्याशी 16,482 मतों से पिछड़ गये.

इसके अलावा कई विधानसभा इलाके ऐसे हैं, जिनका प्रतिनिधित्व तृणमूल के आला नेता व मंत्री करते हैं, उनमें भी तृणमूल प्रत्याशियों के विधानसभा के मुकाबले मत घटे हैं. बेहला पश्चिम से राज्य के संसदीय मंत्री पार्थ चटर्जी प्रतिनिधित्व करते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल को 2011 की तुलना में 41,892 मत कम मिले हैं, हालांकि विधानसभा चुनाव में श्री चटर्जी ने 1.28 लाख मत के अंतर से जीत हासिल की थी.

इसी तरह से शहरी विकास मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम के कोलकाता पोर्ट विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल प्रत्याशी को 18,144 मत कम मिले हैं. पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी के बालीगंज विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल प्रत्याशी को 37,475 मत कम मिले हैं. यही हाल दमकल मामलों के मंत्री जावेद खान के कसबा विधानसभा क्षेत्र का है. यहां तृणमूल प्रत्याशी को 21,554 कम मत मिले हैं.

कोलकाता के मेयर व विधायक शोभन चटर्जी का विधानसभा इलाका बेहला पूर्व भी पीछे नहीं रहा है. इस इलाके में लोकसभा के तृणमूल प्रत्याशी को 36,517 मत कम मिले हैं. टालीगंज के विधायक व युवा कल्याण मंत्री अरुण विश्वास के विधानसभा क्षेत्र से भी तृणमूल प्रत्याशी को 26,701 कम मत मिले हैं. सबसे ज्यादा चौंकानेवाले तथ्य सामने आये हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निवास स्थान 30 बी हरीश चटर्जी स्ट्रीट वार्ड नंबर 73 में आता है. वहां के पार्षद रतन मालाकार तृणमूल प्रत्याशी को अपने इलाके में जीत नहीं दिला पाये.

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