कोलकाता: आजादी के बाद के भारत में और अब के भारत में ना पहचानने लायक फर्क आ गया है. उस समय के भारत और अब के भारत में काफी अंतर है. पहले के भारत को आजाद कराने में उस समय के नेताओं ने काफी अहम योगदान दिया था और अब के भारत को इस समय के नेताओं ने अपनी भलाई के लिए देश को गर्त में डाल दिया है.
लिहाजा उसी भारत को वापस पाने की कामना मन में लिए 93 वर्ष की एक वयस्क महिला गिरीजा देवी राम ने मतदान का प्रयोग किया. श्याम बाजार के एवी स्कूल में सुबह 7.30 बजे अपने परिवार के सदस्य के साथ वह मतदान केंद्र में पहुंची.
वोट देकर वापस आने के समय गिरीजा देवी ने बताया कि बदलते देश की बदलती तकनीक को देखकर जहां खुशी होती है. वहीं अब के देश के नेताओं के हालत को देखकर दु:ख भी होता है. आजकल के नेता किसी की भलाई के लिए आगे नहीं आते. जबकि आजादी के समय के नेता लोगों की भलाई के लिए जान तक दे देते थे. इसी कारण देश में बदलाव के इरादे से वे प्रत्येक बार की तरह इस बार भी वह वोट देने आयी है.