ममता ने लगाया कांग्रेस व माकपा पर आरोप
चुनाव आयोग के निर्देश पर बदले गये 13 ओसी, 7 आइसी व 3 बीडीओ
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिर चुनाव आयोग के खिलाफ आग उगलते हुए कहा कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग कांग्रेस व माकपा के इशारे के यहां के अधिकारियों का तबादला कर रहा है. दिल्ली में एक बड़े कांग्रेसी नेता के घर पर बैठक हो रही है और वहां से यहां के अधिकारियों के तबादले का फरमान जारी हो रहा है. उसे ही चुनाव आयोग यहां लागू कर रहा है. पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के लिए होनेवाले मतदान से पहले चुनाव आयोग द्वारा 23 पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का तबादला किये जाने के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि ऐसे फैसले माकपा की मिलीभगत से कांग्रेस नेता के घर पर किये जा रहे हैं.
ओसी के तबादले पर उठाये सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव पर हमला बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन यह सच है. दिल्ली में एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के घर पर कांग्रेस और माकपा के नेता यह सूची बना रहे हैं कि कहां के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, ओसी और बीडीओ को बदलना है. पश्चिम मेदिनीपुर जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि फिर भी हम चुनाव आयोग के सभी फैसलों को मानेंगे. हम संविधान को मानेंगे. चुनाव आयोग ने मंगलवार को 13 ओसी, सात आइसी और तीन बीडीओ का तबादला करने का निर्देश दिया था. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि अगर पार्टी अपनी जीत को लेकर इतनी ही आश्वस्त है, तो सबंग व बरहमपुर के ओसी क्यों बदले गये. पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर चौधरी बरहमपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मानस भुईंया सबंग से चुनाव लड़ रहे हैं.
इससे पहले भी विपक्षी दलों की शिकायत पर एक जिलाधिकारी, दो एडीएम और पांच पुलिस अधीक्षकों के तबादले को लेकर ममता और चुनाव आयोग के बीच तनातनी हो गयी थी, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री का रुख नरम हो गया.
ममता ने कहा कि पुलिस अधीक्षकों और जिलाधिकारियों को बदलना ही पर्याप्त नहीं था. अब ओसी भी बदल दिये गये हैं. क्या पुलिस आपके लिए जाकर वोट डालेगी. क्या पुलिसकर्मी धांधली में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि यहां के सभी पुलिस व सरकारी कर्मचारी या बीडीओ राज्य के लिए कार्य करते हैं. वह जहां भी रहेंगे, राज्य के लिए ही कार्य करेंगे. हम माकपा की तरह नहीं हैं. हमें धांधली करके चुनाव जीतने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि जमीनी समर्थन गंवा चुकी माकपा अब बूथों पर धांधली करने में जुटी है और अब चुनाव आयोग से शिकायत कर रही है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस, भाजपा और माकपा पहले से फिक्स मैच खेल रही हैं.