हुगली/कोलकाता : सारधा मामले को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा कि घोटाले में चिदंबरम की पत्नी का नाम भी आया था.सुश्री बनर्जी ने हुगली के श्रीरामपुर व आरामबाग में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा : चूंकि चुनाव हो रहा है, इसलिए आपने इन्फोर्समेंट डॉयरेक्टर को भेजा है, चिदंबरम बाबू. मैंने सुना है कि आपकी पत्नी का नाम भी सारधा की शिकायत में है. मैंने एफआइआर की कॉपी देखी है. कानून अपना काम करेगा. आरोपों से घिरीं सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस व माकपा ने अपना दायित्व पालन नहीं किया है.
केंद्र में यूपीए की सरकार थी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया. राज्य में वाम मोरचा के शासन में चिटफंड कंपनियां अस्तित्व में आयीं, लेकिन पूर्व सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, बल्कि उन्हें चिटफंड कंपनियों से मदद मिली.
उधर, मंगलवार को कई जिलों में चुनाव प्रचार खत्म कर मुख्यमंत्री राज्य सचिवालय नवान्न भवन पहुंचीं. उन्होंने मुकुल राय सहित अन्य नेताओं के साथ बैठक की. सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने पार्टी नेताओं को सारधा मामले को लेकर विपक्षी पार्टियों के हमलों पर सख्त होकर खड़ा होने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सारधा मामले में जिस प्रकार से नेताओं का नाम उछाला जा रहा है और प्रवर्तन निदेशालय तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को पूछताछ के लिए तलब कर रहा है, उससे पार्टी को नुकसान हो सकता है. इसलिए नेताओं को इस मामले में फूंक-फूंक कर कदम उठाने की हिदायत दी गयी है. किसी भी पार्टी नेता का बयान पूरी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने मामले की जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच के शुरुआती दौर में ही पाया गया है कि सारधा चिटफंड कंपनी में घोटाले के मामले में तृणमूल कांग्रेस के नेता व सेबी के पूर्व अधिकारी शामिल हैं.
सारधा के मालिक सुदीप्त सेन की पत्नी व बेटे से पूछताछ के बाद इडी को नये तृणमूल कांग्रेस के मंत्री व नेताओं के नाम मिले हैं, जो इस घोटाले से लाभान्वित हुए हैं. अब इडी पूछताछ इनसे पूछताछ के लिए सम्मन जारी कर रही है. तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार अर्पिता घोष को इडी का सम्मन मिल चुका है और उनको 26 अप्रैल तक जवाब देने को कहा गया है.