।।राजेन्द्र कुमार।।
गोरखपुरः देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर काबिज होने को लेकर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की लालसा बढ़ती जा रही है. कड़ाके की ठंड में मेंमानवेला के मैदान पर मुलायम ने अपनी इस मंशा की पूर्ति के लिए नवजवानों और मुस्लिम समुदाय के लोगों से ज्यादा से ज्यादा सपा प्रत्याशी आगामी लोकसभा चुनावों में जिताने की अपील की. मुलायम ने यह भी कहा कि आगामी चुनावों में भाजपा व सपा के बीच में ही सीधा मुकाबला होगा और सांप्रदायिक शक्तियों से देश तथा प्रदेश में सपा ही लड़ रही है. इसलिए साप्रदायिक शक्तियों को पराजित करने के लिए सपा का साथ दें.
मुलायम को उम्मीद है कि सांप्रदायिक शक्तियों को ठिकाने लगाने के लिए सूबे के नवजवान सपा का साथ देंगे. ठीक उसी तरह से जैसे सूबे के नवजवानों ने अखिलेश की सरकार यूपी में बनवायी. यूपी के नवजवानों को यह याद दिलाते हुए मुलायम ने कहा कि सपा को दिल्ली की सत्ता पर बिठाने का मौका उन्हें पहली बार मिल रहा है. वर्तमान राजनीतिक परिस्थियों में तीसरे मोर्चे को ही आगामी चुनावों में बहुमत मिलेगा और ऐसे में जिस दल के सपा सबसे अधिक सांसद होंगे, उसका ही प्रधानमंत्री बनेगा. मुलायम के अनुसार सपा के 50 सांसद होने पर वह प्रधानमंत्री बन सकते है क्योंकि तमिलनाडू से लेकर पंजाब तक किसी भी राज्य में इतनी अधिक संसदीय सीटे नहीं है. इसलिए यूपी का नवजवान सपा को ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव जिताए. नवजवानों से यह अपील करते हुए मुलायम ने गोरखपुर, बस्ती, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर, बांसगाव, सलेमपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, आजमगढ़, बलिया, डुमरियागंज, लालगंज, घोषी संसदीय सीट से सपा के प्रत्याशियों को जिताने की अपील की. इन 14 संसदीय सीटों में सिर्फ बलिया संसदीय सीट पर ही सपा को वर्ष 2009 के लोकसभा चुनावों में जीत हासिल हुई थी.
कांग्रेस और भाजपा करती है बांटने की राजनीति
यूपी के नवजवानों से ज्यादा से ज्यादा सपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील करने के साथ ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने पार्टी की आठवीं देश बचाओ देश बचाओ रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस और भाजपा पर हमला बोला. इसी मैदान पर कुछ दिनों पूर्व ही नरेन्द्र मोदी की भी एक विशाल रैली हुई थी. शनिवार को यहां हुई मुलायम की रैली किसी भी मायने में मोदी की रैली से कम नहीं थी. यहां कडाके की ठंड में लोगों ने कई घंटे तक सपा प्रमुख का इंतजार किया क्योंकि लखनऊ में मौसम खराब होने के कारण मुलायम का हेलीकाप्टर देर तीन घंटे देर से यहां पहुंचा.
कई घंटे इंतजार के बाद रैली स्थल पर मौजूद अपार लोगों के जनसमूह को देख मुलायम बेहद उत्साहित हुए और कहा कि कांग्रेस और भाजपा देश में बांटने की राजनीति करते है. यह दोनों दल राज्यों को बांटने के साथ ही धर्म के नाम पर देश की जनता को बांटते हैं. तेलगांना के मामले में भी इन्होंने यही किया. तेलगांना को लेकर संसद में हुए विवाद पर मुलायम ने संसद में हंगामा करने वाले सांसदों की मुलायम ने कोई आलोचना नहीं की. सिर्फ यही कहा कि संसद में हंगामा करने वाले सांसदों ने अपने क्षेत्र की पीड़ा को रखा. मुलायम ने कांग्रेस और भाजपा की बांटने वाली राजनीति से सावधान रहने की जरूरत पर जोर दिया. यह भी कहा कि केंद्र सरकार महंगाई और भ्रष्टाचार पर संसद पर चर्चा नहीं होने देती. मुलायम ने केंद्र सरकार पर किसानों की पैदावार को मिटाने का आरोप भी लगाया और कहा कि देश में चीनी का पर्याप्त भंडार होने के बावजूद विदेश से चीनी मंगवाई गई. यह उचित नहीं था.
अखिलेश सरकार किसानों का अहित नहीं होने देगी
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने दावा किया है कि अखिलेश सरकार किसानों का अहित नहीं होने देगी. उन्हें गन्ने का उचित मूल्य दिलाएगी. इसके लिए जो भी फैसला लेना होगा वह लिया जाएगा. मुलायम के अनुसार देश के विकास में किसानों और मुसलमानों का योगदान 80 फीसदी है. देश की दस्तकारी मुस्लिम समुदाय के हाथों में हैं. किसानों और मुसलमानों के हितों का हम ख्याल रखेंगे.
आजम का दावा मुलायम ही है धर्मनिरपेक्ष
सूबे के तेजतर्रार मंत्री आजम खां ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को धर्मनिरपेक्ष नेता बताया. आजम के अनुसार नरेन्द्र मोदी इंसानियत के सौदागर हैं. वह मुसलमानों को बांटने की साजिश करते हैं. गुजरात में मोदी ने इंसानियत का कत्ल किया. ऐसे इंसानियत के दुश्मनों के हवाले देश को नहीं किया जा सकता. देश को सिर्फ धर्मनिरपेक्षता के लिए किसी से भी लड़ पड़ने वाले मुलायम सिंह के हवाले किया जा सकता है. आजम के अनुसार मुलायम सिंह ने मुस्लिम समुदाय के सम्मान के लिए संघर्ष किया है और अभी भी कर रहे हैं. इसलिए सूबे का मुस्लिम समुदाय मुलायम को दिल्ली की सत्ता पर बिढ़ाने के लिए जुट जाए क्योंकि वह मुलायम ही हैं जो कहते हैं कि जब देश बचेगा तो धर्म बचेगा. जबकि इंसानियत के दुश्मन चाहते हैं कि मुस्लिम समुदाय बट जाए