लखनउ : उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले में एक डाक्टर से आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के नाम से धमकाकर 30 लाख रुपए की मांग करने के आरोप में दिल्ली पुलिस के एक सिपाही तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आरक्षी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) राजकुमार विश्वकर्मा ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि गौतमबुद्धनगर जिले के सेक्टर 24 में रहने वाले डाक्टर विनय भट्ट ने गत 27 अगस्त को पुलिस को सूचना दी थी कि उनके मोबाइल फोन पर उन्हीं के नम्बर से आये फोन पर उन्हें इंडियन मुजाहिदीन के नाम से धमकी देते हुए 30 लाख रुपए रंगदारी मांगी जा रही है.
उन्होंने बताया कि डाक्टर के घर पर इंडियन मुजाहिदीन के नाम से धमकी भरा कोरियर पत्र भेजा गया और ऐसा ही एक खत मकान के अंदर भी फेंका गया. विश्वकर्मा ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज करके क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम को लगाया गया, जिसकी जांच में पता लगा कि बदमाशों ने इजरायल साफ्टवेयर का इस्तेमाल करके मोबाइल फोन पर धमकी दी और 30 लाख रुपए मांगे.
उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम ने कल रात सेक्टर 24 के स्पाइस माल चौराहे से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर एक और अभियुक्त को दिल्ली के द्वारिका सेक्टर आठ से गिरफ्तार किया गया. विश्वकर्मा ने बताया कि पकड़े गये लोगों की पहचान पवन कुमार, विकास चौधरी तथा परमजीत भाटिया के रुप में हुई. पवन बीएसएफ का सेवानिवृत्त उपनिरीक्षक है. विकास दिल्ली पुलिस का सिपाही है, जबकि परमजीत बीएसएफ का आरक्षी है और दिल्ली में तैनात है.