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84 कोसी परिक्रमा: छावनी में तब्दील हुई अयोध्या

।। राजेन्द्र कुमार ।। लखनऊ : अयोध्या फिर पुलिस छावनी में तब्दील हो गई है. विहिप की 25 अगस्त से अयोध्या तथा उसके आसपास के जिलों में प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा को रोकने के लिए सैकड़ों की संख्या में पहुंचे सशस्त्र पुलिसकर्मियों और केंद्रीय बलों के जवानों के चलते अयोध्या ऐसी दिख रही है. यहां […]

।। राजेन्द्र कुमार ।।

लखनऊ : अयोध्या फिर पुलिस छावनी में तब्दील हो गई है. विहिप की 25 अगस्त से अयोध्या तथा उसके आसपास के जिलों में प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा को रोकने के लिए सैकड़ों की संख्या में पहुंचे सशस्त्र पुलिसकर्मियों और केंद्रीय बलों के जवानों के चलते अयोध्या ऐसी दिख रही है. यहां की हर गली, चौराहे और मंदिर के समीप श्रद्वालुओं से अधिक पुलिस के जवान नजर आ रहे हैं. वर्ष 2010 में जब रामजन्मभूमि मंदिर को लेकर हाईकोर्ट का फैसला आना था, उस दिन भी अयोध्या में ऐसा ही सुरक्षा का प्रबंध था.

अब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विहिप की चौरासी परिक्रमा को रोकने के लिए अयोध्या और उसके आसपाल के जिलों में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिए हैं. यह पुलिसबल विहिप की चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा में संतों और स्वयंसेवकों को शामिल होने से रोकेगा.

सरकार ने विहिप की इस चौरासी कोसी परिक्रमा पर प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसे में अब जो साधू संत पुलिसकर्मियों की बैरिकेटिंग तोड़कर परिक्रमा यात्रा में शामिल होने का प्रयास करेंगे उन्हें जिले में बनायी गई अस्थायी जेलों में भेजा जाएगा. सूबे के एडीजी कानून व्यवस्था अरूण कुमार ने पुलिस के इस एक्शन के बारे में अयोध्या के सभी प्रमुख साधू संतों की इसकी जानकारी दे भी दी है.

वही विहिप के प्रवक्ता ने प्रकाश शर्मा ने सरकार के पुलिस प्रबंध की अनदेखी करते हुए कहा है कि सरकार चाहे जो करे, परिक्रमा तो होकर रहेगी. सरकार को अगर संतों पर लाठी चलाना है तो लाठी चलाए, गोली चलाना है तो गोली चलाए, लेकिन वीएचपी अपने तय कार्यक्रम के अनुसार ही आगे बढ़ेगी. विहिप नेताओं के इस तेवर को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गंभीरता से ले रहे हैं. इसी वजह से शुक्रवार को उन्होंने अपने सभी सरकारी कार्यक्रम रदद कर बस्ती, फैजाबाद, गोंड़ा, बहराइच, अम्बेडकरनगर, बाराबंकी के अपने विधायकों को लखनऊ बुलाकर उनके क्षेत्र के हालत की जानकारी ली. फिर उन्होंने डीजीपी देवराज नागर और मुख्य सचिव जावेद उस्मानी से विहिप की परिक्रमा यात्रा को रोकने के लिए किए गए सुरक्षा प्रबंधों के बारे में पूछा.

सूत्रोंके अनुसार मुख्यमंत्री को बताया गया कि अयोध्या और फैजाबाद के क्षेत्र में दो पुलिस अधीक्षक, 16 अपर पुलिस अधीक्षक, 32 पुलिस उपाधीक्षक, 80 निरीक्षक , 247 उपनिरीक्षक, 600 सिपाही के साथ ही 13 कम्पनी पीएसी, 10 कम्पनी आरएएफ तैनात की गई है. इसके अलावा वहां पहले से तैनात 10 कम्पनी आरएएफ का कार्य अवधि भी बढ़ा दी गयी है.

एडीजी कानून व्यवस्था अरूण कुमार फैजाबाद में कैंप करते हुए सुरक्षा प्रबंधों को देख रहे हैं. विहिप की परिक्रमा यात्रा को रोकने के लिए किए गए इस सुरक्षा प्रबंध को मुख्यमंत्री ने और पुख्ता करने का निर्देश दिया है. जिसके तहत अब अयोध्या और फैजाबाद के प्रमुख रास्तों पर गुजरने वाले हर वाहन की सघन तलाशी लेने का सिलसिला देर रात से शुरू करेंगे. परिक्रमा यात्रा में शामिल होने वाले विहिप के नेता और साधू-संतों को भी खोजेंगे ताकि उन्हें परिक्रमा यात्रा में शामिल होने से रोका जा सके. इलाहाबाद में अशोक सिंहल को इसी उददेश्य से आज रोका भी गया पर बाद में उन्हें दिल्ली जाने दिया गया.

अशोक सिंहल के खिलाफ लिए गए इस एक्शन को लेकर यह कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री विहिप की चौरासी कोसी परिक्रमा को राजनीतिक यात्रा मानते हैं. अखिलेश सरकार में नगर विकास मंत्री आजम खां का भी यही मत है. वह तो मुलायम सिंह यादव के अशोक सिंहल से मिलने के भी खिलाफ थे. ऐसे में अब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हर हाल में विहिप की परिक्रमा यात्रा शुरू नहीं होंने देंगे और इसके लिए खुद उन्होंने पुलिस के सुरक्षा प्रबंधों पर नजर रखनी शुरू कर दी है.

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