लखनऊ : बसपा मुखिया मायावती ने कांग्रेस और भाजपा पर मजहबी राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि उच्चतम न्यायालय को स्वत: संज्ञान लेते हुए इस पर रोक लगाने की व्यवस्था करनी चाहिए.
मायावती ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, लोकसभा चुनाव आते ही भाजपा और कांग्रेस वोट के लिए जुनूनी राजनीति कर रहे हैं. भाजपा और कांग्रेस के नेताओं (क्रमश) अमित शाह और मधु सूदन मिस्त्री ने हिंदू -मुस्लिम वोटों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए जिस तरह अयोध्या और फैजाबाद की यात्रा की, यह उसका प्रमाण है.
ऐसी राजनीति से देश की धर्मनिरपेक्षता पर आघात होता है और उच्चतम न्यायालय को इसका स्वत: संज्ञान लेकर ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि अयोध्या फैजाबाद की आड़ में कोई पार्टी मजहबी राजनीति न कर सके.
उच्चतम न्यायालय द्वारा पुलिस हिरासत और जेल में बंद लोगों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाए जाने संबंधी निर्णय के बारे में बसपा मुखिया ने कहा कि इसका बड़े पैमाने पर दुरुपयोग होने की आशंका है और पार्टी इस निर्णय की पक्षधर नहीं है.
उन्होंने जोर देते हुए कहा, हमारी पार्टी पुलिस हिरासत में ले लिए गये व्यक्ति के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की पक्षधर नहीं है. इस कानून के बड़े पैमाने पर दुरुपयोग की आशंका है.केंद्र सरकार को उच्चतम न्यायालय के इस निर्णय पर अदालत में अपील करनी चाहिए.