मेरठ (उप्र) : उत्तर प्रदेश के मेरठ में बाल बंदियों के हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गयी जबकि पांच पुलिसकर्मी घायल हो गये.
घटना के संबंध में घायल सिपाही मंतू सिंह की तरफ से 25 बाल बंदियों को नामजद और 125 अज्ञात बाल बदियों के खिलाफ बलवा, हत्या, सरकारी कार्यों में बाधा, लोकसेवक पर हमला, सरकारी संपत्ति का नुकसान, गालीगलौज, जान से मारने की धमकी और लोकसंपत्ति नुकसान निवारण कानून के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है.
जिलाधिकारी ने आज घटना के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिये.जिलाधिकारी पंकज यादव ने आज बताया कि सूरजकुंड बाल जेल के 16 बंदियों को कल मेरठ से बुलंदशहर पेशी पर ले जाया गया था. शाम को लौटते समय बाल बंदी राह चलती महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और अश्लील फब्तियां कसने लगे.
सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने विरोध किया तो बाल बंदियों ने उन्हें धमका दिया. बाल बंदियों की इस धमकी की जानकारी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने पुलिसलाइन में तैनात अफसरों को दी. अधिकारियों के निर्देश पर करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी पुलिस लाइन से बच्चा जेल पहुंचगए. वज्र वाहन से जब बाल बंदियों को अंदर भेजा जा रहा था तभी बाल बंदियों ने पुलिस पर हमला कर दिया.
बाल बंदियों के हमले में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गये. इनमें ओमप्रकाश (55) नामक सिपाही सिर में चोट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया. आज सुबह उपचार के दौरान सिपाही की मौत हो गयी.
जिलाधिकारी के अनुसार हमले में घायल शेष पुलिसकर्मियों को मामूली चोट आयीथी जिनको प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.
उन्होंने बताया कि घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिये हैं. जांच नगर मजिस्ट्रेट को सौंपी गयी है. एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है.