लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकर ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथसहारनपुरघटना के आरोपी की फोटो सामने आने के मामले पर कहा कि इस मामले पर आ रही खबरें भ्रामक और तथ्यहीन है.
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने कुछ न्यूज चैनलों में अखिलेश व अन्य लोगों के साथ सहारनपुर की घटना के एक आरोपी के फोटो संबंधी समाचार को भ्रामक और तथ्यहीन बताया है.
*क्या है नया विवाद
सहारनपुर में हुये दंगों का मास्टरमाइंड रह चुका मोहर्रम अली ‘पप्पू’ की मुख्यमंत्री अखिलेख यादव से नजदीकियां बतायी जा रही हैं. बताया जा रहा है कि पप्पू मुख्यमंत्री अखलेश यादव का मेहमान भी रह चुका है. हालांकि वह बसपा का सदस्य बताया जा रहा है.
*क्या है कहना स्थानीय अखबारों का
दैनिक जागरण सहारनपुर दंगों पर लिखता है कि दंगा मास्टर पप्पू की सत्ता से नजदीकियां रह चुकी है. एक तस्वीर सामने आयी है जिसमें वो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ हैं. इसके मुताबिक दंगा मास्टर अखिलेश यादव का मेहमान भी रह चुका है.
एक अप्रैल को पप्पू और पूर्व मंत्री संजय गर्ग ने ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की थी.संजय गर्ग ने उसी दिन सपा की सदस्यता ली थी. इससे पहले संजय गर्ग बसपा में थे तो तब पप्पू भी उनके साथ था. और पप्पू सहारनपुर उप चुनाव में सपा प्रत्याशी संजय गर्ग की मदद करने की तैयारी में था.
जब पप्पू अखिलेश से मिले था तो उस समय सहारनपुर के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री राजेंद्र राणा और अन्य दर्जा प्राप्त मंत्री सरफराज खान भी मौजूद थे. संजय गर्ग ने अपने फेसबुक एकाउंट पर पप्पू के साथ फोटो होने की जानकारी से इन्कार किया है. उन्होंने कहा है कि पप्पू ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार किया था.
वहीं अमर उजाला का कहना है कि इसमे मामले में अफसरों की भूमिका की भी जांच की जायेगीं. लखनऊ में अखिलेश यादव की संजय गर्ग, सरफराज खान, राजेंद्र राणा और गुरुप्रीत बग्गा व अन्य के साथ सहारनपुर दंगे के मुख्य आरोपी मोहर्रम अली की फोटो सामने आने से नया नया विवाद हुआ है.
मेरठ के मंडलायुक्त भूपेंद्र सिंह सहारनपुर दंगे मामले की जांच करेंगे. राज्य सरकार ने उन्हेंसौंपने के लिये.दो सप्ताह का समय दिया है.
गृह सचिव कमल सक्सेना ने कहा है कि जांच में दंगे रोक नहीं पाने के लिए अफसरों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी. दंगों के कारणों का पता लगाया जायेगा. मृतक घायलों के अतिरिक्त चल-अचल संपत्ति को हुई क्षति का आकलन का आकलन भी किया जायेगा.
सरकार ने दंगे में मारे गए लोगों के आश्रितों को 10- 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार व मामूली घायल को 20 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है.
*मामले पर सरकार की सफाई
प्रवक्ता ने सफाई दी कि मुख्यमंत्री से हर दिन तमाम लोग मुलाकात करते हैं. जिस फोटो में आरोपी को मुख्यमंत्री के साथ दिखाया गया है, उसमें अन्य लोग भी नजर आ रहे हैं. ‘‘ऐसे में फोटो को आधार बनाकर बेबुनियाद टिप्पणी करना स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपराओं का परिचायक नहीं है.
उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के लिए कानून व्यवस्था सर्वोपरि है और इसे लेकर वह कोई समझौता नहीं करती. जिस आरोपी को फोटो में दिखाया गया है, उसकी गिरफ्तारी हो चुकी है और इस संबंध में कानून सम्मत कार्रवाई की जा रही है. सहारनपुर में अमन चैन को बाधित करने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.