नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी अमित शाह ने आज कहा कि अगर भाजपा केंद्र में सत्ता में आयी तब उसके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा पैदा की गयी गलत धारना मुसलमान भाइयों के मन से समाप्त हो जायेगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार संवैधानिक कायदों के अनुसार काम करेगी.
शाह ने मोदी से जुड़े कथित जासूसी प्रकरण की जांच के लिए एक न्यायाधीश की नियुक्ति करने के निर्णय के लिए कांग्रेस पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया.शाह ने कहा कि जहां तक सरकार चलाने की बात है, मोदी और भाजपा का मॉडल एक है. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के नेतृत्व में सरकार बनी तक देश पूरी तरह से संविधान के अनुसार ही चलेगा.
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, देश संविधान के अनुसार चलना चाहिए. वाजपेयी या मोदी से कोई फर्क नहीं पडता है. देश भारत के संविधान के अनुसार चलता है. यहां तक कि मोदी आयेंगे तब भी देश संविधान के अनुसार ही चलना चाहिए. शाह ने कहा कि शासन के भाजपा मॉडल और मोदी मॉडल में कोई अंतर नहीं है. गुजरात के मुख्यमंत्री ने राज्य में सरकार का प्रमुख होने के नाते समस्याओं का समाधान निकालने की कोशिश की जबकि देश की अपनी जटिल समस्याएं होती हैं.
उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि मोदी मॉडल और भाजपा मॉडल में कोई अंतर हैं. शाह ने मोदी के राजनीतिक प्रतिद्वन्द्वियों और मीडिया के एक वर्ग पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में गलत धारणा पैदा करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, जिन राज्यों में हमने सरकार बनायी है, वहां ये गलत धारणाएं टूटी हैं. जब केंद्र में हमारी सरकार बनेगी तब यह भी टूट जायेगी. यह धारणा छोटे छोटे कदमों से नहीं टूटेगी बल्कि जिस तरह का शासन हम प्रदान करेंगे, उससे टूटेगी जब हमारी सरकार आयेगी, तब मुसलमान भाइयों के मन से यह गलत धारणा समाप्त हो जायेगी.
अमित शाह ने कहा, हमारी सरकार पूरी तरह से संविधान के मापदंडों के आधार पर काम करेगी और सभी नागरिकों को समान मानेगी. जासूसी प्रकरण मामले के बारे में शाह ने कहा कि कांग्रेस और संप्रग ने राष्ट्रमंडल खेल मामले में शुंगलू समिति की रिपोर्ट, आदर्श सोसाइटी घोटाला मामले में रिपोर्ट स्वीकार नहीं की जबकि इस मामले में जांच कराने का निर्णय किया जिसकी गुजरात में पहले से ही जांच चल रही है.
आजमगढ़ को आतंकियों का गढ़ बताया, अब चौतरफा हमले झेल रहे हैं अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के निकट सहयोगी अमित शाह द्वारा आजमगढ को आतंकवादियों का ठिकाना कहे जाने पर उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है.
शाह ने आज आजमगढ लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार रमाकांत यादव के समर्थन में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आजमगढ आतंकवादियों का ठिकाना है, इसलिए कि सपा सरकार उनको (आतंकी मामलों में गिरफ्तार) छोडने की पैरवी कर रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उप्र में सरकार का कोई डर नहीं है और गुजरात बम विस्फोट के आरोपी भी आजमगढ के थे, जिन्हें गृह मंत्री रहते हुए हमने गिरफ्तार करवाया और तब से आज तक गुजरात में कोई आतंकी घटना नहीं हुई.’’ शाह की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सपा नेता सीपी राय ने कहा है कि चुनाव आयोग को उनकी इस टिप्पणी का संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करनी चाहिए.
राय ने कहा, ‘‘शाह की टिप्पणी आजमगढ की धरती का अपमान है. भाजपा साम्प्रदायिकता फैलाकर चुनाव जीतना चाहती है. चुनाव आयोग को शाह की टिप्पणी का फौरन संज्ञान लेना चाहिए. हालांकि आयोग एक बार उनके विरद्ध कार्रवाई कर चुका है, लेकिन वे सुधरने को तैयार नहीं लगते.’’ शाह ने प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘उनका समाजवाद परिवारवाद बढाने में है.’’ उन्होंने मैनपुरी के साथ ही आजमगढ से चुनाव लड रहे सपा मुखिया पर एक और बाण छोडते हुए आरोप लगाया कि वे अपने दूसरे बेटे के लिए राजनीतिक जमीन तैयार कर रहे हैं.
भाजपा नेता ने कांग्रेसनीत संप्रग सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप पुन: दोहराते हुए कहा कि संप्रग से दस साल के शासनकाल में 12 लाख करोड रुपये का घोटाला हुआ है और यह भ्रष्टतम सरकार साबित हुई है. उन्होंने केंद्र सरकार पर सीमा की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद चीन और पाकिस्तान अपने आप ही अपनी सीमा रेखा के 30 किमी अंदर चले जायेंगे.
शाह ने उत्तर प्रदेश की बदहाली के लिए जातिवादी राजनीति को जिम्मेदार ठहराया और कहा सपा मुखिया मुलायम और बसपा मुखिया मायावती प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश के बाहर इनका कोई वजूद नहीं है.बलिया में पार्टी उम्मीदवार भरत सिंह के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने दावा करते हुए कहा, ‘‘भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी 14 साल से गुजरात के मुख्यमंत्री हैं. मगर उन पर घोटाले का एक भी आरोप नहीं है.’’