मुजफ्फरनगर : मुजफ्फरनगर दंगों की जांच में जुटे विशेष जांच दल (एसआइटी) ने जिले में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान सामूहिक बलात्कार के एक मामले में अपना पहला आरोपपत्र दायर किया. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नरेंद्र कुमार की अदालत में एसआईटी ने कल शाम एक आरोपी वेदपाल के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया.
पुलिस ने कहा कि एक पीडित ने यहां फुगाना गांव में वेदपाल और चार अन्य के खिलाफ सामूहिक बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई थी. चार अन्य आरोपी सचिन, सनी, अजीत और योगेश फरार हैं. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कुमार ने इससे पहले शुक्रवार को इस मामले में वेदपाल की न्यायिक हिरासत दो मई तक के लिए बढा दी थी.
दंगों के दौरान हुए सामूहिक बलात्कार की घटनाओं में 27 लोगों के खिलाफ छह मामले दर्ज किये गये थे. हालांकि एक पीडित मुकर गई और पुलिस ने उसका मामला बंद कर दिया जिससे अब इस तरह के मामलों की संख्या पांच हो गई. एसआईटी सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसी द्वारा इन मामलों में 22 लोग लिप्त पाए गए जिसमें से 20 फरार हैं.
इससे पहले, सामूहिक बलात्कार के एक अन्य मामले में आरोपी रोकी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस बीच, एसआइटी ने सामूहिक बलात्कार के 20 फरार आरोपियों के नाम सार्वजनिक किये हैं और अदालत ने उनके खिलाफ कुर्की की कार्यवाही शुरु की है.