।।राजेन्द्र कमार।।
लखनऊःसमाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां पर लगे प्रतिबंध को खत्म कराने में जुट गए हैं. सपा प्रमुख के निर्देश पर पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग के एक पत्र भेज कर आजम खां पर लगे प्रतिबंध को खत्म करने का आग्रह किया. देर शाम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए यह उम्मीद जताई कि आयोग जल्द ही आजम खां को चुनाव प्रचार करने की अनुमति प्रदान कर देगा.
अखिलेश ने आजम खां द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए गंभीर आरोपों को लेकर कोई उत्तर नहीं दिया. लेकिन आजम खां का पक्ष जरूर किया और आजम खां के पक्ष में दलील रखते हुए कहा कि उन्होंने कभी गलत बयानी नहीं की. आजम के बयान के अलग निहितार्थ निकाले गए. अखिलेश ने यहां तक कहा कि अगर हम यह कह देते कि कारगिल में परमवीर चक्र पाने वाला कौन है तो हम पर भी जातिवादी होने का आरोप लग जाता. अखिलेश ने भाजपा के यूपी प्रभारी अमित शाह पर लगे प्रतिबंध को हटाए जाने पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि आयोग ने बिना जांच पड़ताल के ही गुरूवार को भाजपा महासचिव अमित शाह से प्रतिबंध हटा लिया है.
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने अमर्यादित बयान देने के चलते भाजपा के महासचिव अमित शाह और सपा के महासचिव आजम खां के चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी थी. आयोग ने इन दोनों के ही खिलाफ अमर्यादित बयान देकर चुनाव आचार संहिता का उल्लघंन करने का मुकदमा भी दर्ज कर इनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. आयोग के इस फैसले को स्वीकार करने हुए भाजपा के अमित शाह ने चुनाव आयोग से उन पर लगे प्रतिबंध को हटाने का आग्रह किया और यह वायदा किया कि वह चुनाव आचार संहिता का पालन करते हुए कोई अमर्यादित बयान नहीं देगे. उनके इस आग्रह पर आयोग ने अमित शाह पर लगे प्रतिबंध को खत्म कर दिया पर आजम खां पर लगे प्रतिबंध को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया. तो आजम खां ने चुनाव आयोग पर तानाशाह होने का आरोप लगा दिया. आजम खां के ऐसे तेवर की जानकारी जब सपा प्रमुख को हुई तो उन्होंने इस मामले को तूल ना देते हुए इस पर विराम लगाने का निर्णय शुक्रवार की सुबह लिया. जिसके बाद रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा और आजम पर लगे प्रतिबंध को खत्म करने का आग्रह आयोग से किया.