चक्रधरपुर : नव वर्ष 2014 को जश्न के रूप में मनाने के लिए शहरवासी व सैलानी आसपास के पिकनिक स्थल में जुटे. सैलानियों द्वारा पिकनिक स्पॉट में गाजे-बाजे के साथ थिरकते रहे.
नया साल का पहला दिन को यादगार बनाने के लिए चक्रधरपुर, सोनुवा, गोइलकेरा, कराइकेला चाईबासा आदि जगहों से काफी संख्या में सैलानियों की भीड़ उमड़ी थी. नये साल को ऐतिहासिक बनाने के लिए सुबह से लेकर देर रात तक चौक चौराहों में हैपी न्यू ईयर लिखा जा रहा था.
बोदड़ापुल, पंप हाउस, हिरणी जल प्रपात, नकटी डैम, पंसुवा डैम, कंसरा मंदिर, केरा मंदिर, मां पाउड़ी मंदिर, दो मुहनी नदी, चेलाबेड़ा, लोरदा झरना आदि स्थलों में काफी संख्या में पिकनिक का लुत्फ उठाने के लिए लोग पहुंचे. मालूम रहे कि गत वर्ष पिकनिक का विरोध में आदिवासी हो समाज द्वारा बोड़दा पुल समेत अन्य स्थलों में सूचना पट्ट टांग दिया था.
समाज ने पिकनिक नहीं मनाने देने का एलान किया था, जिस कारण गत वर्ष बहुत सारे लोग पिकनिक में नहीं जा सके थे, लेकिन इस वर्ष कहीं से कोई विरोध नहीं था. शहरवासी नव वर्ष को जश्न के रूप में पूरे दिन लीन रहे. सुबह से ही लोग बाजे गाजे के साथ थिरकते नजर आये.
रात के 12 बजे के बाद लोग एक दूसरे को नव वर्ष की बधाई दी. मोबाइल युग में लोग एसएमएस के माध्यम से भी बधाई दी. सुबह उठ कर कोई मंदिर गया, तो किसी ने मसजिद की सीढ़ियों में पहुंचा. गिरजाघरों में रात के वक्त ही हुजूम लगी रही. गाड़ियों को सजा कर कुछ युवा पिकनिक मनाने गये, तो कुछ पैदल ही पिकनिक स्थल तक गये. एक अनुमान से अनुसार 10 हजार से अधिक लोगों ने पहली जनवरी को पिकनिक का आनंद उठाया.