– नोवामुंडी के बड़ापासेया में कई लोग बीमार
– 15 दिन में गांव में कहर बरपा रही बीमारी
– ग्रामीण अब भी ले रहे झाड़फूंक का सहारा
नोवामुंडी : बड़ापासेया पंचायत के बड़ाउद्वाजो गांव में अज्ञात बीमारी से एक पखवारे में सात लोगों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही कई आक्रांत हैं.
मरने वालों में सारी लागुरी(30), कुनी कुई (20), आरो लागुरी (40), भजमती लागुरी (35) कानू लागुरी के दो बच्चों की मौत हो गयी. इसके बावजूद भी लोग भूत-प्रेत और झाड़ फूंक के चक्कर में पड़े हैं. कभी-कभार झोला छाप चिकित्सक से इलाज करा रहे हैं.
इससे पूर्व नोवामुंडी के कुदामसदा में 12 नवंबर को डायरिया-मलेरिया से चार ग्रामीणों की मौत व कई के पीड़ित होने की सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य टीम ने चार ग्रामीणों की मौत की पुष्टि की. स्वास्थ्य शिविर में 110 ग्रामीणों का इलाज कराया गया. टीम ने 20 ग्रामीणों में मलेरिया पोजिटिव पाया था जबकि 50 ग्रामीणों का ब्लड सैंपल जांच के लिए इकट्ठा किया गया है.
अंधविश्वास भी एक वजह
ग्रामीण इलाकों में किसी भी बीमारी से अधिकांश मौतों का कारण अंधविश्वास को भी बताया जा रहा है. बड़ी संख्या में ग्रामीण बीमार होने अथवा दूसरी बीमारी पर झाड़फूंक का सहारा लेते. जब तक उन्हें अस्पताल पहुंचाया जाता है तब तक उनकी स्थिति काफी बिगड़ जाती है और उनकी मौत हो जाती है.