चक्रधरपुर: शुक्रवार 23 जून को रमजान महीने का जुमअतुल विदा है. यह साल भर के दिनों का सबसे अफजल दिन है. इसे छोटी ईद भी कह जाता है. इसलाम मजहब में जुमा के दिन की खासियतें हैं. जुमा के दिन दुनिया बनायी गयी, जुमा के दिन आदम (अ) को मिट्टी से निकाला गया, जुमा के दिन यूनूस (अ) को मछली के पेट से निकाला गया,
जुमा के दिन इसलाम की पहली जंग हुई, जुम्मा के दिन मक्का फतेह हुआ, जुमा के दिन हजरत इमाम हुसैन (र) शहीद हुए, जुमा के दिन इशा (अ) दुनिया में तशरीफ लाये, जुमा के दिन ही कयामत होगी. जुमअतुल विदा के अवसर पर चक्रधरपुर के सभी 15 मसजिद व नमाजगाहों में विशेष नमाज अदा की जायेगी. नमाज के बारे में कहा गया है कि यह बुराइयों से दूर कर देती है.
इसके अलावा नमाज पढ़ने से चेहरे पर चमक और आंखों की रौशनी तेज होती है. इससे गले में दर्द की शिकायत नहीं होती है. नमाजियों के लिए विशेष जगह की व्यवस्था भी मसजिदों में की गयी है. जुमअतुल विदा को रमजान के खत्म होने का प्रतीक माना जाता है. इसलिए लोग इसका खास एहतमाम करते हैं.