सिमडेगा. जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय सिमडेगा के सभागार में अग्निपथ योजना से संबंधित जागरूकता कार्यशाला जिला शिक्षा पदाधिकारी के दिशा-निर्देश में हुई. इसमें कक्षा नौवीं व 11वीं के छात्र-छात्राएं शामिल हुए. कार्यक्रम का उदघाटन सूबेदार मेजर राम पॉल, असिस्टेंट रिक्रूटिंग ऑफिसर सेना भर्ती कार्यालय रांची, प्रधानाध्यापक अब्राहम केरकेट्टा, एनसीसी ऑफिसर सत्यजीत कुमार ने किया. सूबेदार मेजर राम पॉल ने विद्यार्थियों को अग्निपथ योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना आठवीं पास से ही सेना में नौकरी देना शुरू कर देती है. जो बच्चे अग्निवीर में भर्ती होना चाहते हैं, उनके लिए न्यूनतम उम्र 17.5 वर्ष व अधिकतम उम्र 21 वर्ष है. चार साल तक अग्निवीर के रूप में सेना में कार्य करने का मौका मिलता है. भारत सरकार प्रत्येक अग्निवीर को प्रथम वर्ष में प्रतिमाह 30000, द्वितीय वर्ष में 33000, तृतीय वर्ष में 36500 व चतुर्थ वर्ष में 40000 वेतन भुगतान करती है. इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी मुहैया करायी जाती हैं. अग्नि वीर को अपने चार साल की सेवा के दौरान उनके शैक्षणिक योग्यता को बढ़ाने के लिए कोर्स भी कराया जाता है. 25 प्रतिशत अग्निवीर को स्थायी किया जायेगा. इसके अतिरिक्त जो बच जायेंगे, उनको 11 लाख, 71 हजार रुपये दिये जायेंगे. उन्होंने बताया कि अग्निवीर को नौकरी में अलग से कहीं पांच प्रतिशत, तो कहीं 10 प्रतिशत छूट देने का प्रावधान है. उन्होंने कहा कि आप सेना में भर्ती होकर जिस फील्ड में जाना चाहते हैं जा सकते हैं. एनसीसी ऑफिसर सत्यजीत कुमार ने कहा कि अग्निवीर के रूप में शामिल होकर युवा देश की एकता और सौहार्द को बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने कहा जो व्यक्ति अपने जीवन में चार साल सेना के रूप में बिताया हो, उसमें अनुशासन, देशभक्ति, परोपकारी, ईमानदारी आदि गुण खुद बखुद आ जाते हैं. प्रधानाध्यापक अब्राहम केरकेट्टा ने आर्मी रिक्रूटिंग टीम को हृदय से धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसी जानकारी से हमारे बच्चों को काफी लाभ मिलेगा. मौके पर हवलदार क्लर्क समरजीत, शिक्षिका दीपशिखा होरो, शिक्षक चंद्रकांत सिंह,देवी दयाल, विक्रांत खाखा,अजय मेहता, अमन राज आदि उपस्थित थे.
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