सिमडेगा: पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव अमरेंद्र प्रताप सिंह ने जिले में शौचालय निर्माण कार्य प्रगति की समीक्षा की. समाहरणालय सभागार में आयोजित बैठक में सभी प्रखंडो में चल रहे शौचालय निर्माण कार्य का फोटो अपलोड, एमआइएस डाटा इंट्री व अन्य कार्य प्रगति पर चर्चा हुई. उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने शौचालय निर्माण कार्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
समीक्षा के क्रम में सचिव ने बताया कि लक्ष्य को समय पर पूरा करने के लिए सभी प्रखंडों के अलावा अन्य पंचायत को ओडीएफ करने के लिए मनरेगा द्वारा कार्य कराया जा सकता है. जिला में शौचालय निर्माण का कार्य 40 प्रतिशत पूरा हो चुका है. कोलेबिरा तथा बानो प्रखंड को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. उन्होंने निर्देश दिया बीडीओ व अन्य अपने स्तर से निर्माण कार्य प्रगति की जांच करें. सचिव ने सभी बीडीओ व कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल को बेसलाइन सर्वे कराने का निर्देश दिया.
उन्होंने बताया कि बेसलाइन सर्वे की त्रुटियां को स्वयं देखें. 20 से 25 हजार लोग सर्वे की सूची से छूटे होंगे. सचिव ने निर्देश दिया है कि सरकारी सेवक, सरकारी संस्थाओं से जुड़े योग्य लोगों को चिह्नित कर निश्चित रूप से शौचालय बनवा लें. सभी ग्राम पंचायत के प्रत्येक घर का सर्वे करा कर काम शुरू कराने का भी निर्देश दिया गया. जिन प्रखंडों में लाभुकों द्वारा शौचालय बनवाने के बाद भी अभी तक पैसा नहीं मिला है, सचिव ने जल्द से जल्द जांच करा कर लाभुक को पैसा देने का निर्देश दिया. इसके अलावा उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए कुछ नयी पहल की शुरुआत करने को कहा. प्रधान सचिव ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली जलसहिया को सम्मानित किया. महिला मैसन को कार्य करने के लिए मैसन सामग्री दी गयी. उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने सचिव का स्वागत बुके देकर किया.