जमशेदपुर : गेल इंडिया द्वारा सरायकेला-खरसावां आैर पश्चिम सिंहभूम जिले में 40 सीएनजी स्टेशन तैयार किये जायेंगे. इसके अलावा 400 से अधिक कंपनियाें काे सीएनजी युक्त करना है. 2020 जून-जुलाई तक पहला स्टेशन आदित्यपुर में आरंभ हाे जायेगा. आठ वर्षाें में इस प्राेजेक्ट काे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. गेल इंडिया काे इन दाेनाें जिलाें में घरेलू आैर आैद्याेगिक उपयाेग के लिए लाइसेंस प्रदान कर अधिकृत किया गया है.
गेल इंडिया द्वारा इस मामले में विस्तार से जानकारी देने के लिए एक सेमिनार का आयाेजन बिष्टुुपुर हाेटल रमाडा में गुरुवार काे किया गया है. इसमें आदित्यपुर आैद्याेगिक क्षेत्र के प्रमुख उद्याेगपतियाें काे आमंत्रित किया गया है. गेल इंडिया के प्रबंधक भाष्कर भार्गव ने बताया कि पर्यावरण के दृष्टिकाेण से सीएनजी काफी बेहतर ऊर्जा तंत्र है.
भविष्य में सीएनजी बड़ी भूमिका में हाेगा. अन्य ईंधन से यह 30 प्रतिशत बचत भी प्रदान करता है. बड़े-बड़े शहराें में वाहनाें में सीएनजी का उपयाेग बड़े स्तर पर हाेना शुरू हाे गया है, जिसका ग्रीन इंडिया की आेर बढ़ने का फायदा भी मिलता दिख रहा है. गेल के अधिकारी ने बताया कि कंपनी द्वारा क्षेत्र में सर्वे किया जायेगा.
इसके साथ-साथ पाइप लाइन बिछाने का काम भी शुरू किया जायेगा. सरकार की याेजना है कि आनेवाले दिनाें में अधिकांश उद्याेगाें में सीएनजी का इस्तेमाल हाे. जाे उद्याेग अधिक उत्पादन करते हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सीएनजी उपलब्ध कराया जायेगा. सीएनजी स्टेशन लगाने के लिए वैसे लाेगाें काे प्राथमिकता प्रदान की जायेगी, जिनके पास एनएच-सड़क किनारे अपनी जमीन हाेगी.