खरसावां : पिछले वर्ष 12 अक्तूबर को आयी चक्रवात तूफान फैलिन का खरसावां के तसर उद्योग पर गहरा असर पड़ा. फैलिन के कारण ही खरसावां तसर कोसा का उत्पादन काफी कम रहा. 12 अक्तूबर की रात तेज आंधी के साथ हुई बारिश के कारण बड़े पैमाने पर तसर कीट मर गये थे. पिछले पांच वर्षो में सबसे कम तसर कोसा का उत्पादन वित्तीय वर्ष 2013-14 में दर्ज किया गया है. खरसावां अग्र परियोजना कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2013-14 में खरसावां व कुचाई क्षेत्र में मात्र डेढ़ करोड़ तसर कोसा (कोकून) उत्पादन हुआ है.
जबकि वित्तीय वर्ष 2012-13 में 6.28 करोड़ तसर का उत्पादन हुआ था. वित्तीय वर्ष 2013-14 में तसर उद्योग के लिये सकारात्मक पहलू यह रहा कि पहली बार राजनगर प्रखंड में भी तसर का उत्पादन शुरू किया गया. राजनगर में करीब एक लाख तसर कोसा का उत्पादन हुआ है. इस संबंध में अग्र परियोजना पदाधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष की बारिश व आंधी के कारण ही तसर उत्पादन काफी कम हुआ है.