पंचेत-चिरकुंडा: दामोदर बचाव आंदोलन के तहत प्रदूषण समीक्षा यात्रा के दौरान शनिवार को मंत्री सरयू राय पंचेत व मैथन पहुंचे. पंचेत के जीरो प्वाइंट चौक पर उनका स्वागत किया गया. इस दौरान मंत्री श्री राय ने पंचेत डैम का निरीक्षण किया. वहां प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मैथन में संगोष्ठी को संबोधित किया.
उनके साथ युगांतर भारती संस्था का मोबाइल प्रयोगशाला वाहन भी था. प्रयोगशाला की विशेषज्ञ टीम ने पंचेत जलाशय के विभिन्न स्थलों से पानी का सैंपल लिया. युगांतर भारती एनालिटिकल एंड एन्वायरमेंट इंजीनियरिंग की टीम डैम के पानी का नमूना लेकर रासायनिक परीक्षण करने के लिए रांची प्रयोगशाला ले गयी. इस दौरान वह केलियासोल चौक भी पहुंचे. मौके पर डीवीसी पंचेत के उप-मुख्य अभियंता सिविल एनके वर्मा, रुद्रप्रताप सिंह, लोमास कुमार, नवीन कुमार उपस्थित थे.
इधर, पंचेत डीवीसी अतिथि गृह में पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि जागरूकता व दबाव का परिणाम है कि दामोदर नदी आज 90 प्रतिशत औद्योगिक प्रदूषण से मुक्त हो चुकी है. अभी बोकारो स्टील ही इस नदी को प्रदूषित कर रहा है. मार्च 2018 से पूर्व बोकारो स्टील प्रबंधन ने भी आश्वस्त किया है कि उनके द्वारा नदी का पानी प्रदूषित नहीं होगा. देश की सबसे ज्यादा प्रदूषित नदी में से दामोदर एक होती थी. अब ऐसी बात नहीं है.
दामोदर को प्रदूषणमुक्त करने के लिए डीवीसी, बीसीसीएल, सीसीएल, बोकारो स्टील के खिलाफ लगातार आंदोलन चला. कहा कि झारखंड सरकार गंगा दशहरा को नदी संरक्षण दिवस के रूप में घोषित करे. दामोदर की स्वच्छता को ले तीसरे पक्ष द्वारा समीक्षा भी होनी चाहिए. इसे लेकर 15-20 जून के बीच सिंफर, बीआइटी सिंदरी, आइआइटी आईएसएम, बिनोवा भावे विवि, रांची विवि के प्रतिनिधियों की बैठक कर मार्च से पूर्व जनवरी फरवरी के बीच दामोदर नदी के पानी का नमूना लेकर इसकी जांच की जायेगी.