ऐसा होने पर मरीज को खूब पानी-पीना चाहिए. साथ ही अविलंब चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. बार-बार पेशाब होना, पेशाब में जलन व कंपकपी के साथ बुखार आना पथरी के कुछ शुरुआती लक्षण हैं. ऐसे में लोगों को समय पर चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर पथरी सात एमएम से छोटी हो, तो ऑपरेशन की जरूरत भी नहीं होती है. अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं, तो पथरी खुद पेशाब के रास्ते निकल जाती है. अगर पथरी की साइज इससे बड़ी हो, तब ऑपरेशन की जरूरत पड़ सकती है.डॉ चटर्जी ने आधुनिक लेजर प्रोस्टेट सर्जरी के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि लोगों के मन मे शंका रहती है कि इसके परिणाम अच्छे नहीं होते हैं, जबकि ऐसी कोई बात नहीं है. मरीज को अस्पताल से जल्दी छुट्टी भी मिल जाती है.
डॉ सौमिक ने बताया कि गरमी में पानी ज्यादा पीना चाहिए. इस मौसम में नींबू पानी, शिकंजी व साइट्रस फूड का ज्यादा सेवन करें. नॉन वेज हल्का खायें. फास्ट फूड हाई साल्ट डाइट को नजरअंदाज करें. अगर आपको पेशाब करने में कोई दिक्कत हो रही हो या गुर्दे से जुड़ी कोई समस्या हो, तो तुरंत डाॅक्टरी सलाह लें. क्योंकि समय पर इलाज होने से बहुत सारी बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है.