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रिम्स में नयी व्यवस्था हॉस्पिटल इंफाॅर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ने की तैयारी, डाॅक्टरों के कंप्यूटर पर दिखेगी सीटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट

नयी व्यवस्था के तहत रिम्स में सीटी स्कैन, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की फिल्म मरीजों को नहीं दी जायेगी. मरीज की जांच के बाद उसकी फिल्म और रिपोर्ट सीधे ओपीडी या संबंधित डॉक्टर की यूनिट में उनके कंप्यूटर स्क्रीन तक पहुंच जायेगी. यह सब हॉस्पिटल इंफार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एचआइएमएस) के जरिये संभव होगा. रांची : सूत्रों […]

नयी व्यवस्था के तहत रिम्स में सीटी स्कैन, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की फिल्म मरीजों को नहीं दी जायेगी. मरीज की जांच के बाद उसकी फिल्म और रिपोर्ट सीधे ओपीडी या संबंधित डॉक्टर की यूनिट में उनके कंप्यूटर स्क्रीन तक पहुंच जायेगी. यह सब हॉस्पिटल इंफार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एचआइएमएस) के जरिये संभव होगा.
रांची : सूत्रों की मानें, तो अगले छह माह में रिम्स में हॉस्पिटल इंफार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम(एचआइएमएस) शुरू हो जायेगा. प्रबंधन जिस एजेंसी को एचआइएमएस का जिम्मा दिया है, वह तेजी से काम कर रहा है. केबलिंग का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है.

नयी व्यवस्था के लागू होने के बाद हर मरीज की जांच रिपोर्ट, सीटी स्कैन और एक्स-रे की फिल्म डॉक्टर के कंप्यूटर पर संरक्षित रहेगी. यानी मरीज जब दोबारा परामर्श के लिए आयेगा, तो रिपोर्ट साथ लेकर आने का झंझट नहीं रहेगा. ऐसी व्यवस्था अब तक केवल महानगरों और बड़े अस्पतालों में ही होती थी. वहां रेडियोलॉजी जांच के बाद मरीजों को फिल्म नहीं दी जाती है. जांच के बाद मरीजों की फिल्म और रिपोर्ट सीधे डॉक्टर के पास पहुंच जाती है. डॉक्टर अपने हिसाब से फिल्म को कंप्यूटर पर जूम कर बीमारी के नजदीकी तक जा कर देख पाते हैं.
प्लेट नहीं देने से सस्ती हो जायेगी जांच : जांच की फिल्म प्लेट नहीं देने से जांच के दर में कमी आ जायेगी. जानकार बताते हैं कि एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड के फिल्म पर 100 से 150 खर्च आता है. वहीं, सीटी स्कैन व एमआरआइ पर 450 रुपये तक खर्च आता है. जब मरीजों को फिल्म नहीं दिया जायेगी, तो यह कीमत कम हो जायेगी. यानी रिम्स प्रबंधन नये सिरे से जांच की दर तय करेगा. रिम्स में जांच करानेवाले मरीजों को जब अन्य अस्पताल में रेफर किया जायेगा, तब शुल्क लेकर उसे जांच का फिल्म दी जायेगी. इसके अलावा जब मरीज को फिल्म देना आवश्यक होगा, तो उसे मुहैया कराया जायेगा.
हम अब भी पुरानी व्यवस्था में काम कर रहे हैं, जबकि महानगरों और बड़े अस्पतालों में अब रेडियोलॉजी विभाग में होनेवाली जांच की फिल्म देने का प्रचलन नहीं रह गया है. रिम्स में भी जल्द ही एचआइएमएस व्यवस्था लागू हो जायेगी. इससे जांच की दर भी कम हो जायेगी.
डॉ बीएल शेरवाल, निदेशक, रिम्स

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