प्रदर्शनी गुरुनानक स्कूल सभागार में लगायी गयी थी़ मौके पर सविता सिलाई मशीन के संचालक गिरीश ढिंगरा ने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा के इस युग में वस्त्र निर्माता अपने खर्चों को सही तकनीक से कम कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि जैक, जूकी अौर ब्रदर की पावर सेवर मोटरयुक्त सिलाई मशीनों से लगभग 60 प्रतिशत तक बिजली की बचत होती है.
इन मशीनों को इनवर्टर से भी चलाया जा सकता है. इन मशीनों से वस्त्र निर्माण में काफी सहूलियत होती है. काज, बटन मशीन, अोवर लॉक, बार्टेक जैसी मशीन के उपयोग से बड़े आराम से हर प्रकार के वस्त्रों की सिलाई की जा सकती है. एक्सपो में सात हजार रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक की सिलाई मशीनों की बिक्री की जी रही है. स्पॉट बुकिंग पर विशेष छूट दी जा रही है. ब्रदर की कंप्यूटराइज टच स्क्रीन इंब्रायडरी मशीन रेडिमेड गारमेंट के पॉकेट, टाई, कैप, जूते व मोजे में भी इंब्रायडरी करने में सक्षम है.