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जीएसटी बेहतर, नहीं लगेगा दोहरा टैक्स
जीएसटी : विशेषज्ञों ने मंत्रियों-विधायकों को वस्तु एवं सेवा कर की दी जानकारियां प्रोजेक्ट भवन सभागार में आयोजित कार्यशाला में सीएम ने भी की शिरकत रांची : प्राइस वाटर हाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी) के सीनियर पार्टनर सह ग्लोबल गवर्नेंस नेटवर्क लीडर नील रतन ने कहा कि जीएसटी मौजूदा व्यवस्था के लिए बेहतर है. इसमें अब डबल […]
जीएसटी : विशेषज्ञों ने मंत्रियों-विधायकों को वस्तु एवं सेवा कर की दी जानकारियां
प्रोजेक्ट भवन सभागार में आयोजित कार्यशाला में सीएम ने भी की शिरकत
रांची : प्राइस वाटर हाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी) के सीनियर पार्टनर सह ग्लोबल गवर्नेंस नेटवर्क लीडर नील रतन ने कहा कि जीएसटी मौजूदा व्यवस्था के लिए बेहतर है. इसमें अब डबल टैक्स नहीं लगेगा. वहीं, पहले जिस तरह पूरा टैक्स देनेवालों पर पहले जो हंसते थे, अब वह स्थिति नहीं होगी. सबको टैक्स देना होगा. अॉटोमेटिक टैक्स लगेगा. श्री रतन गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में जीएसटी पर विधायकों के लिए आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे. कार्यशाला में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी भाग लिया.
कार्यशाला में उपस्थित मंत्रियों व विधायकों को मास्टर ट्रेनर्स ने जीएसटी के बारे में विस्तृत जानकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गयी. श्री रतन ने कहा कि एक देश होने के बावजूद टैक्स के मामले में यहां राज्यों में विभिन्नताएं थीं. कंपनियों को रजिस्ट्रेशन भी हर प्रदेश में अलग-अलग कराना पड़ता था. अब एक ही रजिस्ट्रेशन होगा. पैसा भी अलग-अलग जमा नहीं करना होगा, बल्कि एक ही पोर्टल में करना होगा. उन्होंने कहा कि जीएसटी के लागू होने से गड़बड़ियों की संभावना कम होगी. इसमें लघु व्यापारियों को नयी सोच लानी होगी. उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. चार से पांच साल में इसमें और बदलाव होने की संभावना है. इसका फायदा व्यापारियों को होगा.
बदल रहा देश : पोद्दार
मौके पर सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि तेजी से देश बदल रहा है. आर्थिक कानून में भी बदलाव जरूरी था. जीएसटी उतनी जटिल नहीं है. थोड़ी दिक्कतें होंगी कि छोटे व्यापारी कंप्यूटर चलाना नहीं जानते. व्यापारियों को हिम्मत रखना होगा. इसके लिए सबको खुले मन से तैयार रहना होगा.
बेहतर कदम : खंडेलवाल
वाणिज्य कर विभाग के प्रधान सचिव केके खंडेलवाल ने कहा कि यह सरकार का क्रांतिकारी कदम है. इसमें कई टैक्स समायोजित किये गये हैं. टैक्स की चोरी न्यूनतम या शून्य हो जायेगी.
17 तरह के टैक्स समायोजित
तकनीकी सत्र में राज्य के वाणिज्य कर संयुक्त आयुक्त रामचंद्र प्रसाद वर्णवाल ने कहा कि कुल 17 तरह के टैक्स को इसमें समायोजित कर दिया गया है. इस तरह 25 से 30 फीसदी टैक्स लगता था, जो अब 20 फीसदी हो जायेगी.
भीम एप पर भी चर्चा
मौके पर विधायकों को भीम एप डाउनलोड करने भी सिखाया गया. उन्हें बताया गया कि कैसे भीम का इस्तेमाल कर ज्यादा से ज्यादा काम कैशलेस किया जा सकता है. मौके पर मंत्री सरयू राय, सीपी सिंह, चंद्र प्रकाश चौधरी, नीलकंठ सिंह मुंडा, अमर बाउरी, रंधीर सिंह, लुईस मरांडी, नीरा यादव, राज पालिवार, रामचंद्र चंद्रवंशी, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, कैबिनेट सचिव एसएस मीणा आदि मौजूद थे.
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