अगले वित्तीय वर्ष में हैचरी निर्माण के लिए जगह चिह्नित करें. रिवर फिश फार्मिंग की संस्कृत को इस वित्तीय वर्ष की तुलना में तीन गुणा अधिक बढ़ाया जाये. लाभुकों को रिवर फिश फार्मिंग की सुरक्षा व मछली उत्पादन की ट्रेनिंग दी जाये. मुर्गीपालन को बढ़ावा देने के लिये समूह बनाकर कार्य किया जाये. ग्रुप का चयन कर उन्हें स्टैंड अप इंडिया के तहत ऋण उपलब्ध कराया जायेगा.
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राज्य में लगेंगे जाल बनाने के दो कारखाने : राजबाला
रांची: मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने मछली के जाल निर्माण के लिये दो कारखाना खोलने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए जिन कंपनियों के एक्सप्रेशन अॉफ इंटरेस्ट आये हैं, उनसे संपर्क किया जाये. जमीन चिह्नित कर उन्हें लघु उद्योगों को दी जानेवाली सुविधाएं उपलब्ध करायें. इसके साथ ही मत्स्य पालकों को गरीबी […]
रांची: मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने मछली के जाल निर्माण के लिये दो कारखाना खोलने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए जिन कंपनियों के एक्सप्रेशन अॉफ इंटरेस्ट आये हैं, उनसे संपर्क किया जाये. जमीन चिह्नित कर उन्हें लघु उद्योगों को दी जानेवाली सुविधाएं उपलब्ध करायें. इसके साथ ही मत्स्य पालकों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने के लिए मछली पालन को बढ़ावा देने का निर्देश दिया. मुख्य सचिव ने मंगलवार को मत्स्य व मुर्गी पालन की समीक्षा की. साथ ही राज्य के सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिया.
मुख्य सचिव ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2016–17 में 425 करोड़ मत्स्य बीज संचयन के विरुद्ध 415 करोड़ बीज का संचयन किया गया है. वित्तीय वर्ष 2017–18 में 2000 करोड़ बीज संचयन का लक्ष्य कर कार्य योजना तैयार करने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में बड़ी वाटर बॉडी की सूची तैयार करें. इसके लिए कितने बीज की आवश्यकता होगी, इसकी मैपिंग की जाये.
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