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37 लाख युवाअों में से 5.5 लाख ही उच्च शिक्षा में

रांची: झारखंड में 18 से लेकर 23 वर्ष तक के उम्र वाले युवाअों की कुल अाबादी 37.12 लाख है. पर इस आबादी का सिर्फ 15.4 फीसदी यानी करीब 5.5 लाख युवा ही उच्च शिक्षण संस्थानों में नामांकित हैं. राज्य का कॉलेज-पॉपुलेशन इंडेक्स (सीपीआइ) अाठ है, जबकि राष्ट्रीय अौसत 27 है. राज्य में उच्च शिक्षा की […]

रांची: झारखंड में 18 से लेकर 23 वर्ष तक के उम्र वाले युवाअों की कुल अाबादी 37.12 लाख है. पर इस आबादी का सिर्फ 15.4 फीसदी यानी करीब 5.5 लाख युवा ही उच्च शिक्षण संस्थानों में नामांकित हैं. राज्य का कॉलेज-पॉपुलेशन इंडेक्स (सीपीआइ) अाठ है, जबकि राष्ट्रीय अौसत 27 है. राज्य में उच्च शिक्षा की स्थिति बताने के लिए यह आंकड़ा पर्याप्त है.

सरकार वर्ष 2020 तक उच्च शिक्षा में नामांकन का प्रतिशत 15.4 फीसदी से बढ़ा कर 32 फीसदी करना चाहती है. इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कुल 12 लाख युवाअों को उच्च शिक्षा से जोड़ना होगा. इसके लिए विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों की संख्या बढ़ानी होगी, इसलिए उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग राज्य में निजी विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए निजी संस्थाअों तथा विश्वविद्यालय प्रबंधन को अामंत्रित कर रहा है.

सरकार का दावा है कि वह शिक्षण संस्थाअों के लिए जमीन व अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया करायेगी, पर अब तक (डीम्ड यूनिवर्सिटी बीआइटी मेसरा को छोड़) जो निजी विवि खुले हैं, वह विवि खोलने की विभागीय शर्त का पालन नहीं कर रहे हैं. कुछ निजी विवि तो खुले बाजार के किसी भवन में चल रहे हैं, जो जमीन व भवन संबंधी अनिवार्य शर्तें पूरी नहीं करते. बगैर फैकल्टी के वहां विभिन्न कोर्स का संचालन हो रहा है. युवाअों का रुझान ऐसे विवि की अोर नहीं हो पा रहा है. वहीं ज्यादातर निजी विवि रांची में ही खुले हैं या प्रस्तावित हैं. हजारीबाग में एक निजी विवि है तथा दूसरा सरायकेला-खरसावां जिले में प्रस्तावित है.

क्या है विश्वविद्यालय स्थापना की शर्त
उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के अनुसार किसी सिंगल डोमेन भवन वाले विवि के लिए कम-से-कम 10 एकड़ जमीन जरूरी है. वहीं मल्टी डोमेन भवन के लिए कम-से-कम 25 एकड़. वहीं कम-से-कम एक हजार वर्ग मीटर का प्रशासनिक भवन तथा 10 हजार वर्ग मीटर का एकेडमिक भवन होना चाहिए. इसके अलावा किताब, जर्नल, उपकरण व फर्नीचर सहित अन्य बुनियादी सुविधाअों के लिए प्रबंधन के पास पर्याप्त फंड होना चाहिए.

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