उन्होंने कहा कि झारखंड को ऐसी ही लॉबी ने चारागाह बना कर रखा है़ सरकार की नीतियों को निर्धारित करते रहे है़ं पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुंडा और हेमंत सोरेन ने संशोधन का मामला तो ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल, टीएसी में भेज ही दिया था़ हेमंत सोरेन ने टीएसी की एक उपसमिति बनायी थी़ ये लोग अगर सीएनटी-एसपीटी में संशोधन नहीं चाहते थे, तो फिर रिजेक्ट क्यों नहीं किया़ झाविमो नेता श्री मरांडी ने कहा कि हेमंत के कार्यकाल में टीएसी की बैठक में यह मामला आया था़ भू-राजस्व के सचिव की ओर से कहा गया था कि इस मामले में वित्त और विधि विभाग की मंजूरी ले ली गयी है़ .
टीएसी की कार्यवाही में इसका जिक्र है़ पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा अगर सच बोल रहे हैं, तो राज्यहित मेें ऐसे लोगों का नाम सार्वजनिक करना चाहिए, जिसने दबाव बनाया था़ वर्तमान सरकार ने तो पहले की सरकार से आगे बढ़ कर संशोधन कर भी दिया़ सरकार के इस फैसले पर श्री मुंडा के बयान के बाद संदेह का वातावरण तैयार हुआ है़ बाहर के कुछ खास लोगों को खुश करने के लिए संशोधन किया गया़ आदिवासी-मूलवासी की जमीन छीनने की साजिश की गयी है़