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जैक कर्मियों ने 275 छात्रों का किया फरजी पंजीयन
गड़बड़ी. परीक्षा नियंत्रक की जांच में हुअा खुलासा सुनील कुमार झा रांची : शिक्षा माफिया ने जैक कर्मियों की मिलीभगत से 275 फरजी विद्यार्थी का पंजीयन करा लिया. उक्त विद्यार्थियों काे फरवरी में होनेवाली मैट्रिक परीक्षा में शामिल कराने की तैयारी चल रही थी. इनमें से अधिकांश विद्यार्थी रांची के अलग-अलग कोचिंग संस्थानों के हैं. […]
गड़बड़ी. परीक्षा नियंत्रक की जांच में हुअा खुलासा
सुनील कुमार झा
रांची : शिक्षा माफिया ने जैक कर्मियों की मिलीभगत से 275 फरजी विद्यार्थी का पंजीयन करा लिया. उक्त विद्यार्थियों काे फरवरी में होनेवाली मैट्रिक परीक्षा में शामिल कराने की तैयारी चल रही थी. इनमें से अधिकांश विद्यार्थी रांची के अलग-अलग कोचिंग संस्थानों के हैं. झारखंड एकेडमिक काउंसिल के परीक्षा नियंत्रक ने जांच के दौरान फरजी विद्यार्थियों के पंजीयन का मामला पकड़ा.
फरजी पंजीयन का खुलासा होने के बाद उक्त विद्यार्थियों के परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी गयी है. इन विद्यार्थियों का पंजीयन शुल्क जैक के खाता में जमा नहीं किया गया है.
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी है कि पंजीयन का पैसा जैक कर्मियों ने अपने पास रख लिया. कर्मियों ने बिना शुल्क जमा किये ही पंजीयन की अनुमति दे दी. पंजीयन होने के बाद परीक्षा नियंत्रक ने पंजीयन शुल्क जमा किये विद्यार्थियों की संख्या व पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या की जानकारी मांगी. बोकारो जिला से पंजीयन के लिए विद्यार्थियों द्वारा जमा गये शुल्क व पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या में अंतर था. 275 ऐसे विद्यार्थी पकड़े गये जिनका पंजीयन के लिए शुल्क जमा नहीं किया गया था. इनके पंजीयन से संबंधित कागजात फाइल में अलग से लगाये गये थे. मामले के खुलासे के बाद परीक्षा नियंत्रक ने लेखा व गोपनीय शाखा से मामले की जांच करायी. गोपनीय शाखा ने विद्यार्थियों का शुल्क जमा नहीं होने की बात कही. इसके बाद सभी विद्यार्थियों का पंजीयन रसीद जब्त कर लिया गया है. परीक्षार्थियों के परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा गया है.
पास कराने का लेते हैं ठेका : राज्य में कई ऐसे कोचिंग संस्थान हैं, जोबिना स्कूल गये विद्यार्थी को सीधे मैट्रिक परीक्षा में शामिल कराने कर धंधा चलाते हैं. विद्यार्थी को परीक्षा में शामिल कराने से लेकर पास कराने तक का ठेका लेते हैं. ऐसे कोचिंग संचालक निजी मान्यता प्राप्त स्कूल के माध्यम से विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल कराते हैं. एक विद्यार्थी से दस से 20 हजार तक लिया जाता है. जानकार लोगों का कहना है कि फरजी पंजीयन वाले अधिकांश विद्यार्थी रांची के अलग-अलग कोचिंग संस्थान के हैं. कोचिंग संस्थान इससे पूर्व रांची के एक स्थापना अनुमति स्कूल से विद्यार्थियों को मैट्रिक परीक्षा में शामिल कराते थे. जैक ने इस वर्ष स्कूल की मान्यता समाप्त कर दी है.
दो कर्मियों को कारण बताओ नोटिस
बोकारो जिला के प्रभारी अशोक कुमार व मंटू को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. दोनों कर्मियों को जिला का प्रभार वापस ले लिया गया है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है. मामले में संबंधित सभी विभाग के कर्मियों की भूमिका की जांच की जायेगी. जांच के बाद दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इस तरह की गड़बड़ी पहले से होनी की संभावना है. मैट्रिक व इंटर की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू होगी. परीक्षा प्रोग्राम घोषित कर दिया गया है.
बोकारो जिले के कुछ स्कूलों के विद्यार्थियों का बिना शुल्क जमा किये पंजीयन कराने का मामला सामने आया था. गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद जैक के दोषी कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछा गया है. कर्मियों को परीक्षा विभाग से हटा दिया गया है. फरजी परीक्षार्थियों के परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी गयी है. जांच पूरी होने के बाद दोषी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
डॉ अरविंद प्रसाद सिंह, अध्यक्ष जैक
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