पुलिस ने उसकी तलाश में छापेमारी की, लेकिन वह पुलिस से बच कर भागने में सफल रहा. पुलिस ने लवकुश का लोकेशन दोबारा मिलने के इंतजार में अरवल में कैंप भी किया, लेकिन दोबारा सुराग नहीं मिलने पर पुलिस की टीम वापस रांची लौट गयी. पुलिस की एक टीम उसकी तलाश में नवंबर माह में भी बिहार गयी थी, लेकिन वह पुलिस से बच कर भागने में सफल रहा था.
उल्लेखनीय है इंजीनियर समरेंद्र प्रसाद पर रंगदारी के लिए फायरिंग कराने के बाद लवकुश शर्मा का नाम सबसे अधिक चर्चा में आया था. इस घटना के बाद उसकी तलाश तेज की गयी. पूर्व में बिहार व ओड़िशा सहित दूसरे स्थानों पर पुलिस की टीम छापेमारी कर चुकी है. वह प्रत्येक बाहर पुलिस से बच कर भागने में सफल हो जाता है. उसकी तलाश में बिहार में एटीएस की टीम भी छापेमारी कर चुकी है.