इसी तरह हजारीबाग की दरिया पंचायत के मुखिया बसंत मेहता ने शिकायत की थी कि उनकी पंचायत में 72 डोभा का निर्माण किया जाना था. 42 डोभा के रुपये की निकासी के लिए कृषि पदाधिकारी द्वारा प्रति डोभा 1200 रुपये (कुल 50 हजार रुपये) की मांग की जा रही है. प्रारंभिक जांच में दोनों शिकायतें सही पायी गयीं. जिसके बाद एसीबी के जमशेदपुर व हजारीबाग कोषांग ने अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कर दो टीम का गठन किया.
गिरफ्तारी के बाद कार्यपालक अभियंता के हिनू स्थित आवास में छापेमारी की गयी. जहां से एसीबी की टीम को कुछ नहीं मिला है. वहीं, दूसरी ओर कृषि पदाधिकारी उमा शंकर प्रसाद के हजारीबाग के मटवारी अटल चौक के पास स्थित किराये के मकान से गिरफ्तार किया गया. घर की तलाशी के दौरान करीब 1.65 लाख रुपये और अन्य दस्तावेज बरामद किये गये हैं. डीएसपी प्राणरंजन के नेतृत्व में एसीबी की टीम ने बीएओ को गिरफ्तार किया. रिश्वत के रूप में लिये गये दोनों अधिकारियों के पास से बरामद नोट नये हैं.