रांची : साइबर क्राइम के द्वारा 80 लाख रुपये से अधिक की ठगी करनेवाला युवक आशिष कुमार चौबे उर्फ शैलेंद्र कुमार दिल्ली विश्वविद्यालय से मास कम्यूनिकेशन कर रहा है़ वह यूपी के खुशी नगर का निवासी है़ उसके पिता कृषक है़ं वह हर माह लाखों रुपये घर भेजता था़ घर वालों को बताता था कि […]
रांची : साइबर क्राइम के द्वारा 80 लाख रुपये से अधिक की ठगी करनेवाला युवक आशिष कुमार चौबे उर्फ शैलेंद्र कुमार दिल्ली विश्वविद्यालय से मास कम्यूनिकेशन कर रहा है़ वह यूपी के खुशी नगर का निवासी है़ उसके पिता कृषक है़ं वह हर माह लाखों रुपये घर भेजता था़ घर वालों को बताता था कि वह एक मल्टी नेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करता है, जहां उसे काफी अच्छा वेतन मिलता है़ पुलिस ने उसे दिल्ली के न्यू अशोक नगर से गिरफ्तार किया है़.
उसके पास से दो वोटर आइडी (आशिष कुमार चौबे व शैलेंद्र कुमार के नाम से), एक आधार कार्ड, दो पेन कार्ड, तीन एटीएम कार्ड, तीन बैंकाें के चार पासबुक, दो चेक बुक, कस्टमर सोल्यूशन प्रोपराइटर की एक मोहर व एक मोबाइल बरामद किया गया है़ यह जानकारी साइबर थाना की डीएसपी श्रद्धा केरकेट्टा ने डाेरंडा के राजा रानी कोठी स्थित सीआइडी मुख्यालय में प्रेस वार्ता में दी़ डीएसपी केरकेट्टा ने बताया कि आशिष ने एक इंश्योरेंस कंपनी द्वारा बोनस दिये जाने की बात कह कर ठगी की थी़ .
सीसीएल के सेवानिवृत जीएम आनंद कुमार राय के एकाउंट से ठगी की गयी. जिस फोन नंबर से वह बात करता था, उसके लोकेशेन के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया़ उसके पास से तीन बैंक के चार पासबुक बरामद किये गये है़ं सभी एकाउंट को फ्रीज कर दिया गया है़ उसे गिरफ्तार करनेवाली टीम में साइबर थाना के तकनीकी पदाधिकारी कुमार सौरभ, सीआइडी इंस्पेक्टर सत्येंद्र प्रसाद, दारोगा हरिशंकर, पुलिस आफताब आलम आदि शामिल थे़.
क्या है मामला
डीएसपी श्रद्धा केरकेट्टा ने बताया कि आरोपी अाशिष कुमार चौबे ने अपना नाम वीरेंद्र कुमार अग्रवाल बताते हुए इंश्योरेंस के बोनस का पैसा भुगतान करने की बात कही थी. उसके बाद अलग-अलग मोबाइल व बैंक एकाउंट का सहारा लेकर उसने आनंद कुमार राय के एकाउंट से 80 लाख रुपये से अधिक की निकासी की़ सीसीएल के सेवानिवृत जीएम आनंद कुमार राय कांके, चांदनी चौक के समीप स्थित रश्मिरथी अपार्टमेंट के निवासी हैं. वर्ष 2016 के जुलाई से नवंबर माह तक उनके एकाउंट से 80 लाख रुपये से अधिक की अवैध निकासी की गयी थी़ इस संबंध में एक दिसंबर को साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी़.