मौके पर मंत्री व सेमिनार के संरक्षक सरयू राय ने राज्यपाल को इसकी तैयारी से अवगत कराया. यह बताया कि समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में योजनाकार व पर्यावरण विद डॉ माधव गाडगिल भाग लेंगे. मंत्री सरयू राय ने कहा कि सेमिनार में झारखंड के सभी निजी विश्वविद्यालय व भारत के पूर्वी राज्यों झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ व ओड़िशा के विभिन्न विश्वविद्यालय व शैक्षणिक संस्थान तथा इन राज्यों में विकास व पर्यावरण के क्षेत्र में काम करनेवालों के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता भी भाग लेंगे. श्री राय ने बताया कि देश का पूर्वी राज्य प्राकृतिक संसाधन व मानव संसाधन से संपन्न है.
देश का 65 फीसदी से अधिक प्राकृतिक संसाधन यहीं है. उन्होंने राज्यपाल को बताया कि रिजर्व बैंक अॉफ इंडिया ने 1983 में भारत के पूर्वी राज्यों के कृषि विकास की संभावनाओं व पिछड़ापन पर एक विस्तृत प्रतिवेदन तैयार किया था. पर इस प्रतिवेदन की अनुशंसाअों को ढंग से लागू नहीं किया जा रहा है. भारत के पूर्वी राज्यों का विकास तेजी से हो, इस पर सेमिनार में गहन विचार-विमर्श होगा. बैठक में बिहार से समीर सिन्हा, पश्चिम बंगाल से अशोक सरकार, छतीसगढ़ से शैलेश कुमार वर्मा, अोड़िशा से सत्यप्रकाश पंडा, रांची विवि के कुलपति कुलपति रमेश कुमार पांडेय, कोल्हान विवि के कुलपति डॉ आरपी सिंह सहित अन्य उपस्थित थे.