रांची: दुनिया भर के विकसित देशों ने पॉलिथीन का उपयोग बंद कर दिया है. अमेरिका, कनाडा, जापान, कोरिया के अलावा ज्यादातर यूरोपियन देशों में अब पॉलिथीन कहीं नहीं पाया जाता है. भारत में भी हरियाणा, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान, गुजरात आदि राज्यों में पॉलिथीन प्रतिबंधित है.
पकड़े जाने पर 500 रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक का नकद जुर्माना भरना पड़ सकता है. जुर्माने की राशि अदा नहीं करने पर पांच साल तक की जेल भी हो सकती है. हिमाचल प्रदेश भारत का पहला राज्य था, जिसने पॉलिथीन के दुष्प्रभाव की पहचान करते हुए वर्ष 2002 में उस पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया था. अब छत्तीसगढ़ और उत्तरांचल जैसे नये और छोटे राज्यों ने भी पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है.
बड़े शहरों में भी बैन
देश के कई बड़े शहरों में पॉलिथीन प्रतिबंधित है. मुंबई, हैदराबाद, चंडीगढ़ जैसे शहरों में पॉलिथीन का प्रयोग नहीं किया जाता है. हाल के दिनों में दिल्ली सरकार भी पॉलिथीन के दुष्प्रभाव से सचेत हुई है. मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दिल्ली में भी पॉलिथीन को प्रतिबंधित करने के संकेत दिये हैं.
क्यों लगाया प्रतिबंध
विकसित राज्यों और कई शहरों ने इस्तेमाल के बाद फेंके गये पॉलिथीन से पैदा होनेवाली परेशानियों के कारण इसे प्रतिबंधित किया. कई शहरों के नगर निकायों द्वारा कराये गये अध्ययन के बाद पाया गया कि शहर से रोज निकाले जानेवाले कूड़े का 40 से 50 फीसदी प्लास्टिक उत्पाद है. तकरीबन सभी जगहों पर कूड़े का 20 फीसदी हिस्सा उपयोग किया गया पॉलिथीन पाया गया.
पॉलिथीन के कारण वायु, जल और भूमि प्रदूषण तो बढ़ ही रहा था, शहरों के सिवरेज सिस्टम पर भी व्यापक असर पड़ रहा था. नालियों का जाम होना, सड़कों पर नालियों का पानी बहना और बरसात के मौसम में नारकीय स्थिति से बचने के लिए प्लास्टिक बैन कर दिया गया. वहीं हिमाचल प्रदेश और उत्तरांचल जैसे पहाड़ी राज्यों में बढ़ते भू-स्खलन का कारण पॉलिथीन को मानते हुए प्रतिबंधित किया गया है.
ब्रांडेड कंपनियों का कदम
दुनिया भर में ब्रांडेड कंपनियों ने पॉलिथीन का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है. ग्लोबल वार्मिग और प्रदूषण को कारण बताते हुए ब्रांडेड कंपनियों ने वर्ष 2001 से ही पॉलिथीन का प्रयोग बंद करने की शुरुआत कर दी थी. आज वुडलैंड, रिबॉक, एडिडास, ली, ब्लैक बेरी, पेंटालून जैसी विदेशी कंपनियों ने तो अपने शोरूम में पॉलिथीन प्रतिबंधित कर रखा है. इसी तर्ज पर अन्य कंपनियां भी अपने स्टोर से पॉलिथीन का प्रयोग बंद करने की शुरुआत कर चुकी हैं.