सूत्रों के मुताबिक सीआइडी और जिला पुलिस की रिपोर्ट से यह बात सामने आयी कि रामगढ़ जिला में तीन अापराधिक गिरोह वर्चस्व को लेकर आमने-सामने हैं. इनमें सुशील श्रीवास्तव गिरोह, भोला पांडेय गिरोह और अमन साहू गिरोह शामिल हैं. अमन साहू पहले सुशील श्रीवास्तव गिरोह के लिए ही काम करता था. वर्ष 2015 में हुई सुशील श्रीवास्तव की हत्या के बाद स्थिति बदल गयी है.
अमन साहू ने अपना अलग गिरोह बना लिया है और वह श्रीवास्तव गिरोह के विरोध में खड़ा है. तीनों गिरोह के द्वारा व्यवसायियों व कोयला ट्रांसपोर्टरों को धमकी दी जा रही है. उल्लेखनीय है कि दो माह पहले रामगढ़ में सात जगहों पर गोलीबारी की घटना हुई थी. चर्चा के दौरान बोकारो जिला के संबंध में यह बात सामने आयी है कि वहां शाहनवाज खान और अमरेंद्र तिवारी-सूरज सिंह गिरोह के बीच गैंगवार की आशंका है. दोनों गिरोह स्क्रैप टेंडर में रंगदारी वसूलने में लगे हैं. कभी-कभी बिहार के एक बाहुबली नेता के लोगों का भी बोकारो में आना-जाना लगा हुआ है. बाहुबली नेता के लोग भी टेंडर मैनेज करने में लगे हुए हैं.