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पाकिस्तान से डरने की नहीं, लड़ने की जरूरत

कार्यक्रम. इंडियन स्ट्रैटेजिक थिंकर्स का दो दिवसीय सम्मेलन रांची में शुरू हुआ, वक्ताओं ने कहा इंडियन स्ट्रैटेजिक थिंकर्स का दो दिवसीय तीसरा सम्मेलन बुधवार को रांची में शुरू हुआ. सम्मेलन के पहले सत्र में विचारकों ने कहा कि भारत को पाकिस्तान से डरने की नहीं, लड़ने की जरूरत है. पाकिस्तान को हराने के लिए युद्ध […]

कार्यक्रम. इंडियन स्ट्रैटेजिक थिंकर्स का दो दिवसीय सम्मेलन रांची में शुरू हुआ, वक्ताओं ने कहा
इंडियन स्ट्रैटेजिक थिंकर्स का दो दिवसीय तीसरा सम्मेलन बुधवार को रांची में शुरू हुआ. सम्मेलन के पहले सत्र में विचारकों ने कहा कि भारत को पाकिस्तान से डरने की नहीं, लड़ने की जरूरत है. पाकिस्तान को हराने के लिए युद्ध के साथ-साथ कूटनीतिक लड़ाई भी जरूरी है़ भारत को चीनी घुसपैठ और अन्य मामलों पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है.
कई देशों से मिल रहीं चुनौतियां : डॉ जोशी
ऑबजर्वर रिसर्च फाउंडेशन नयी दिल्ली के डॉ मनोज जोशी ने कहा कि 70 वर्षों में भारत ने किसी एक देश को अपना रणनीतिकार साथी नहीं बनाया. आज हमें कई देशों से चुनौतियां मिल रही हैं. चीन आज हमें सामरिक, व्यापार और अन्य क्षेत्रों में चुनौती पेश कर रहा है. चीन का व्यापार 50 बिलियन डॉलर है, जबकि भारत का व्यापार एक से 1.5 बिलियन डॉलर है.
संस्थागत ढांचे का विकास जरूरी : विवेक काटजू
अफगानिस्तान में रहे भारत के पूर्व राजदूत विवेक काटजू ने कहा कि देश में नौकरशाही और कोलोनियल व्यवस्था को समाप्त करने की आवश्यकता है. देश के संस्थागत ढांचे के विकास से परेशानियां भी कम होंगी. प्रशासनिक ढांचे में सुधार से ही बदलाव संभव है. हमें व्यापार, ऊर्जा, पर्यावरण परिवर्तन में हो रहे बदलाव पर अधिक गौर करते हुए वर्तमान जरूरतों के अनुरूप ढालने की कोशिश करनी होगी.
िसर्फ धमकी देगा, कुछ करेगा नहीं : राजीव नयन
आइडीएसए के एसोसिएट प्रोफेसर राजीव नयन ने कहा कि पाकिस्तान केवल परमाणु हमले की धमकी दे सकता है, इसका उपयोग नहीं कर सकता है. वह जानता है कि भारत पर यह हमला पाकिस्तान का सफाया कर सकता है. रक्षा क्षमता के बारे में हम पाकिस्तान से काफी मजबूत हैं. इसलिए हमें पाकिस्तान से डरने की जरूरत नहीं है.
भारतीय सेना ताकतवर : डॉ एमवी राप्पई
इंस्टीट्यूट ऑफ चायनीज स्टडीज के फेलो डॉ एमवी राप्पई का कहना था कि भारत युद्ध नहीं जीत सकता, क्योंकि हमने अपनी क्षमता का आकलन नहीं किया है. युद्ध के लिए दुश्मन की ताकत और उसकी आर्थिक संप्रभुता का आकलन करना भी जरूरी है. उनके अनुसार भारतीय सेना ताकतवर लगती है. सेना में युवा लोग हैं. पर अन्य क्षेत्रों जैसे स्पेश, साइबर, सेना के क्षेत्र में और तवज्जो देने की जरूरत है. नौकरशाही व्यवस्था को उद्योगों की जरूरत के मुताबिक ढालने की जरूरत है.
चीन की ताकत को कम समझना गलत : डॉ भरत
सेंटर फॉर पोलिसी रिसर्च के वरीय फेलो डॉ भरत कर्नार्ड ने कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया में चीन की ताकत को कम समझना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि जहां सैन्य शासन का अंकुश अधिक है, वे अधिक मारक हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से हमें कोई खतरा नहीं है. पाकिस्तान का सकल घरेलू उत्पाद मुंबई शेयर बाजार के पांचवें हिस्से के बराबर है. आज भी हमारी निर्भरता अमेरिका पर अधिक है. भारत में देशज तकनीक पर आधारित हथियार उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए. डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन में बनी सामग्रियों का उपयोग भी करना होगा.
परमाणु हमलों से बचने की तैयारी जरूरी :गीता
मद्रास विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय कानून की एसोसिएट प्रोफेसर गीता माधवन ने कहा कि कई देशों के पास परमाणु हथियार हैं. कई बार पाकिस्तान के कई आतंकी संगठन परमाणु हथियार के उपयोग के बात करते हैं. इसका सबसे अधिक खतरा भारत पर है. इससे बचने के उपाय भारत को करने चाहिए. असल में भारत आर्थिक महाशक्ति बन रहा है. इससे पाकिस्तान को खतरा हो रहा है. इस कारण पाकिस्तान भारत को आतंकी गतिविधियों में उलझाये रखना चाहता है. परमाणु हथियारों का प्रयोग नहीं हो, इससे बचने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास होने चाहिए.
गुड और बैड टेरोरिज्म की बात करता है पाक : राव
रक्षा मंत्रालय के आइडीएसए की प्रभा राव ने कहा कि पाकिस्तान ही वह देश है जो गुड और बैड टेरेरिज्म की बात करता है. उसने ही कई ऐसे आतंकी संगठनों को तैयार किया है, जो उसके लिए ही घातक हो रहे हैं. उनके यहां अटैक कर रहे हैं. इसमें आएसआइएस भी है.
भारत से लगे पाकिस्तान वाले इलाके में कम से कम 35 आतंकी संगठन संचालित है. इनको पाकिस्तान सहयोग करता रहता है. इसमें कई संगठनों से बुरहान रब्बानी के सीधे संपर्क थे. असल में भारत का विरोध पाकिस्तान के एजेंडें में रहा है. पाकिस्तान से जुड़े कई आतंकी संगठन अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंक फैला रहे हैं.

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