उन्होंने बताया कि चार फरवरी 2005 को तपकारा ओपी क्षेत्र में आइडी बम लगाकर पुलिस टीम को उड़ाने की साजिश में भी अमर शामिल था. अमर मंगरा और शनिचर सुरीन के दस्ते में रहता था. असपी ने बताया कि उसके पास से .9 एमएम की एक पिस्तौल, आठ जिंदा कारतूस, सात मोबाइल और 10,500 रुपये बरामद किये गये हैं.
उन्होंने बताया कि अमर गुड़िया तोरपा थाना के उनुगदा गांव के पास अपने गिरोह के उग्रवादियों के साथ था. इस सूचना पर एसडीपीओ विजय कुमार महतो के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. पुलिस की टीम जैसे ही उनुगदा गांव के पास पहुंची और घेराबंदी करने लगी, उसी दौरान अमर और अन्य उग्रवादी भागने लगे. पुलिस ने खदेड़ कर अमर गुड़िया को पकड़ लिया. बुतरू मुंडा, संतोष गुड़िया, बिरसा भेंगरा, बागराय चंपी सहित अन्य उग्रवादी भागने में सफल रहे. एसपी ने कहा कि अमर गुड़िया पीएलएफआइ के जोनल कमांडर जीदन गुड़िया का दाहिना हाथ था. सरकार ने उस पर दो लाख का इनाम घोषित कर रखा है. अमर ने संगठन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी है. अमर के खिलाफ तोरपा थाने में 18, रनिया में सात, मुरहू व बंदगांव थाने में चार–चार मामले दर्ज हैं. अन्य जिलों में भी उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं.