मृतक के पुत्र दशवा खोया ने पुलिस को बताया कि सोदाग गांव में सुकरा खोया की बेटी की तबीयत खराब रहती थी. उसी दौरान उसकी मौत हो गयी. उसके बाद से सुकरा खोया को शक था कि उसकी बेटी की मौत चैतु खोया के जादू-टोना से हुई है. इसको लेकर बीते 11 सितंबर को गांव में आमसभा भी हुई, जिसमें गांववालों का कहना था कि चैतु खोया के ऊपर भूत आता है.
सुकरा खोया ने बताया था कि बेटी की मौत की जानकारी लेने ओझा के पास गया था, तो ओझा ने बताया था कि तुम्हारी बेटी का मौत चैतु खोया के जादू-टोना से हुई है. आमसभा में मृतक चैतु खोया के पुत्र दशवा खोया ने दो महीना का समय लिया था और कहा था कि हम भी ओझा से दिखा लेते हैं. दशवा ने यह भी बताया कि पांच-छह वर्ष पूर्व उसके भाई की हत्या भी जादू-टोना का आरोप लगा कर गांव के ही चैतु गाड़ी ने कर दी थी. जो होटवार जेल में बंद है. पुलिस ने दशवा खोया के आवेदन पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है. मामले की छानबीन की जा रही है. हटिया डीएसपी शिवेंद्र ने बताया कि चैतू खोया की हत्या जादू-टोना को लेकर ही की गयी है, क्योंकि 11 सितंबर को गांव में बैठक हुई थी, जिसमें चैतु खोया पर जादू-टोना का आरोप लगाया गया था.