21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पीयूष गोयल की सूचना को झारखंड ऊर्जा प्रमुख ने गलत ठहरा दिया

रांची: केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल द्वारा दी गयी बिजली की दर की जानकारी को गलत करार दिया गया है. नौ सितंबर को श्री गोयल ने ट्विट किया था कि 3216 मेगावाट बिजली 2.40 रुपये प्रति यूनिट की दर से उपलब्ध है. राज्य इसे खरीद सकते हैं. राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने […]

रांची: केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल द्वारा दी गयी बिजली की दर की जानकारी को गलत करार दिया गया है. नौ सितंबर को श्री गोयल ने ट्विट किया था कि 3216 मेगावाट बिजली 2.40 रुपये प्रति यूनिट की दर से उपलब्ध है. राज्य इसे खरीद सकते हैं.

राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने पीयूष गोयल के ट्विट पर जवाब दिया कि झारखंड के ऊर्जा प्रमुख आरके श्रीवास्तव कहते हैं कि आपकी सूचना गलत है. उनके द्वारा पांच रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी जा रही है. इस बाबत पूछे जाने पर महेश पोद्दार ने कहा कि वह ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके श्रीवास्तव से बिजली खरीदारी पर बात कर रहे थे. उनसे पूछा कि इतना नुकसान कैसे हो रहा है, जबकि केंद्र सरकार सस्ती दर पर बिजली दे रही है. प्रति दिन ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल बिजली की दर और इसकी उपलब्धता को ट्विट कर जानकारी देते हैं. इस पर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी सूचना गलत है. झारखंड में पांच रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी जाती है और दो रुपये प्रति यूनिट की दर से बेची जाती है. इस कारण घाटा हो रहा है. श्री पोद्दार ने सवाल उठाया है कि जब सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध है, तो झारखंड महंगी बिजली क्यों खरीद रहा है और इसका बोझ जनता पर कैसे पड़ रहा है.

श्री पोद्दार ने कहा कि झारखंड में प्लांट लगाने वालों को 25 फीसदी बिजली लागत मूल्यों पर देनी है, इसके बावजूद पांच रुपये प्रति यूनिट बिजली लेने का औचित्य क्या है. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि उन्होंने इसकी सूचना केंद्रीय मंत्री को दी है, ताकि वह उचित संज्ञान लेकर कार्रवाई कर सकें. श्री पोद्दार ने कहा कि उनका मकसद है कि झारखंड की जनता को सस्ती और बेहतर बिजली मिले.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें