रांची:प्रशासन की शह पर एनटीपीसी की ओर से गलत एफआइआर कराने का आरोप लगाते हुए विपक्ष के नेता अपनी गिरफ्तारी देने हजारीबाग के बड़कागांव गये़ इनमें पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, विधायक निर्मला देवी, राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी, गीताश्री उरांव, अन्नपूर्णा देवी, भाकपा के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, माकपा के जीके बक्शी थे.
सभी गुरुवार की दोपहर बड़कागांव थाना पहुंचे. इसके बाद थाना कैंपस में ही समर्थकों के साथ सभा की. फिर अपनी गिरफ्तारी की मांग करने लगे. इस बात की जानकारी मिलने पर हजारीबाग के डीडीसी, एसडीओ, डीएसपी वार्ता के लिए थाना आये. लेकिन विपक्ष के नेता केस वापस लो या गिरफ्तार करो की मांग पर अड़ गये. नेताओं ने कहा : सरकार की शह पर प्रशासन एनटीपीसी के लिए काम कर रही है. यह लड़ाई अधिकारियों से नहीं है.
सब कुछ सरकार के इशारे पर हो रहा है. लगभग दो-ढाई घंटे बाद प्रशासन की 10 अगस्त तक मामले की समीक्षा करने के आश्वासन के बाद विपक्ष के नेता माने. उन्होंने कहा : तय समय में मामले की समीक्षा कर एफआइआर से नाम नहीं हटाया गया, तो 11 अगस्त से सत्याग्रह किया जायेगा.
क्या है मामला
एनटीपीसी के विस्थापितों व रैयतों से मिलने 24 जुलाई को जेवीएम अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय, राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा व अन्य बड़कागांव गये थे. 27 जुलाई को इनके खिलाफ एनटीपीसी प्रबंधन की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. इसी के विरोध में गुरुवार को सभी गिरफ्तारी देने बड़कागांव पहुंचे थे.
लोगों पर झूठा मुकदमा दायर कर उनको प्रताड़ित किया जा रहा है. बड़कागांव में 2004 से किये गये सभी एफआइआर की समीक्षा होनी चाहिए. विस्थापितों को मुआवजा िमले.
बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री
अर्जुन मुंडा के शासन में भी इस्लाम नगर (रांची) से अतिक्रमण हटाने के नाम पर उजाड़ने के खिलाफ धरना िदया गया था. उसमें एफआइआर नहीं हुई़ इस बार गलत एफआइआर की गयी.
सुबोधकांत सहाय, पूर्व केंद्रीय मंत्री
एनटीपीसी की शह पर गांव में घुस कर लोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. यह लड़ाई दूर तक चलेगी. गौतम सागर राणा
प्रदेश अध्यक्ष, राजद