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सातवें वेतन आयोग से बढ़ेगी आर्थिक विषमता

स्थापना दिवस. भारतीय मजदूर संघ के बी सुरेंद्रन ने कहा रांची :लाल झंडा वालों की तरह हम हड़ताल-हड़ताल नहीं जपते. हमारा नारा है -देश के हित में करेंगे काम, काम का लेंगे पूरा दाम. हमारा किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है. किसी भी सरकार को हमारा समर्थन बेहतर कार्य व मुद्दों पर आधारित होता […]

स्थापना दिवस. भारतीय मजदूर संघ के बी सुरेंद्रन ने कहा
रांची :लाल झंडा वालों की तरह हम हड़ताल-हड़ताल नहीं जपते. हमारा नारा है -देश के हित में करेंगे काम, काम का लेंगे पूरा दाम. हमारा किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है. किसी भी सरकार को हमारा समर्थन बेहतर कार्य व मुद्दों पर आधारित होता है.
जन-धन योजना, स्वच्छता अभियान, डिजिटल इंडिया तथा मेक इन इंडिया के मामले में हम सरकार के साथ हैं, पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीअाइ) पर मोदी सरकार का हम विरोध करते हैं. सातवें वेतन आयोग से अौर उभरने वाली आर्थिक विषमता के भी हम विरोधी हैं. भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी सुरेंद्रन ने उक्त बातें कही.
वह सीएमपीडीआइ के मयूरी प्रेक्षागृह में आयोजित संघ के 61वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे. सुरेंद्रन ने कहा कि इंटरनेशनल लेबर अॉर्गनाइजेशन (आइएलअो) में भारतीय मजदूरों का प्रतिनिधित्व बीएमएस करता है, लाल झंडा वाली यूनियनें नहीं. सन 1955 (23 जुलाई) में दत्तोपंत ठेंगरी ने संघ की स्थापना की थी. तब हम शून्य थे. आज हमारी सदस्य संख्या 1.71 करोड़ है. देश भर में बीएमएस की 4600 इकाइयां हैं.
बी सुरेंद्रन ने कहा कि हमें अपनी यूनियन की छवि तेजी से बदलनी होगी. युवाअों को आकर्षित करना होगा. सिर्फ सरकारी कर्मचारियों की तरफदारी से लोग नाराज होते हैं. लोग यह मानते हैं कि सरकारी कर्मचारी कोई काम नहीं करते, सिर्फ वेतन-भत्ते की बात करते हैं. कोयला यूनियनों में भी प्रोन्नति व वेतन की बात ज्यादा होती है. एेसा जनमानस है. भारत के कुल मजदूरों में से सिर्फ सात फीसदी संगठित क्षेत्र में हैं. हमें शेष 93 फीसदी से संपर्क बढ़ाना होगा, उनके लिए कार्य करना होगा.
इससे पहले रांची की मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि बीएमएस देश भर में सबसे बड़ा मजदूर संगठन है. उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र व सेवा की परिकल्पना बगैर मजदूरों के नहीं की जा सकती. आरएसएस के प्रांत सरकार्यवाह राकेश लाल ने भी कहा कि असंगठित क्षेत्र में बीएमएस का पहुंचना जरूरी है.
वामपंथी यूनियनों के बारे में लाल ने कहा कि उनका नारा है- चाहे जो मजबूरी हो, वेतन देना जरूरी हो, हमारी मांगे पूरी हो. वहीं, बीएमएस का नारा है-आप देश के हित में करेंगे काम, काम का लेंगे पूरा दाम. बीएमएस के प्रदेश महामंत्री बिंदेश्वरी प्रसाद ने कहा कि हमें हर क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूरों के बीच पहुंचना है. अब तक ऐसा नहीं हुआ है. कार्यक्रम का संचालन एसडी सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन अोपी सिंह ने किया.
सम्मानित होने वाले
राजवंश, रघुवंश, लाल बहादुर सिंह, निर्मल सिंह, दामोदर प्रसाद, सीताराम सिंह, राम विनय त्रिपाठी, बेचन राम, एसएन शर्मा, बैजनाथ व रामसेवक सिंह.

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