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24 नये ग्रिड सबस्टेशन के निर्माण को मंजूरी
ऊर्जा विकास निगम. बोर्ड अॉफ डायरेक्टर्स की बैठक प्रस्तावित ग्रिड में रांची के ओरमांझी, मांडर, बुढ़मू, तुपुदाना, सिल्ली में नये ग्रिड बनेंगे. इसके बाद रांची सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति की जा सकेगी. रांची : रांची समेत डीवीसी के कमांड एरिया में नये ग्रिड बनेंगे. साथ ही नये ट्रांसमिशन लाइन भी बनाये जायेंगे. झारखंड ऊर्जा […]
ऊर्जा विकास निगम. बोर्ड अॉफ डायरेक्टर्स की बैठक
प्रस्तावित ग्रिड में रांची के ओरमांझी, मांडर, बुढ़मू, तुपुदाना, सिल्ली में नये ग्रिड बनेंगे. इसके बाद रांची सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति की जा सकेगी.
रांची : रांची समेत डीवीसी के कमांड एरिया में नये ग्रिड बनेंगे. साथ ही नये ट्रांसमिशन लाइन भी बनाये जायेंगे. झारखंड ऊर्जा विकास निगम के बोर्ड अॉफ डायरेक्टर्स की बैठक में 24 नये ग्रिड सब स्टेशन व ट्रांसमिशन लाइन बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी है. जिसमें 16 ग्रिड सब स्टेशन डीवीसी कमांड एरिया में बनेंगे. खासतौर पर धनबाद में चार, बोकारो में दो सब स्टेशन बनेंगे.
इसके अलावा हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, कोडरमा व गिरिडीह में भी ग्रिड सब स्टेशन व ट्रांसमिशन लाइन बनाये जायेंगे. तीन साल में यह संचरना खड़ी हो जायेगी. इसके बाद वितरण कंपनी को लगभग 1200 करोड़ रुपये की बचत होगी. प्रस्तावित ग्रिड में रांची के ओरमांझी, मांडर, बुढ़मू, तुपुदाना, सिल्ली में नये ग्रिड बनेंगे. इसके बाद रांची में सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति की जा सकेगी. इससे राजधानी में आपूर्ति में सुधार होगी.
कैसे होगी 12 सौ करोड़ रुपये की बचत
बिजली वितरण निगम के एमडी राहुल पुरवार ने बताया कि डीवीसी कमांड एरिया में अभी वितरण कंपनी की अपनी संरचना नहीं है. इसके चलते डीवीसी के ग्रिड से ही बिजली ली जाती है. इस समय डीवीसी के पास सारे एचटी कंज्यूमर हैं और घरेलू उपभोक्ता झारखंड बिजली वितरण निगम के पास हैं. डीवीसी अपनी संरचना से वितरण कंपनी को जो बिजली देती है, उसकी दर अधिक है.
डीवीसी द्वारा एचटी दरों पर बिलिंग की जाती है. डीवीसी द्वारा अभी 4.90 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजल दी जाती है. जिसे वितरण कंपनी घरेलू उपभोक्ताओं को औसतन तीन रुपये प्रति यूनिट की दर से उपलब्ध कराती है. अपना ट्रांसमिशन लाइन हो जाने पर डीवीसी को भी घरेलू दरों पर बिजली देनी होगी. इससे वितरण कंपनी को सौ करोड़ रुपये प्रति माह की बचत होगी. यानी सालाना 1200 करोड़ रुपये की बचत होगी. ग्रिड सब स्टेशन बनने में तीन साल लग जायेंगे. इसके बाद वितरण कंपनी को फायदा होने लगेगा. वहीं वितरण कंपनी डीवीसी कमांड एरिया के भी एचटी उपभोक्ताओं को भी बिजली आपूर्ति करने में सक्षम हो जायेगी.
बाबा मंदिर परिसर में होगी अंडरग्राउंड केबलिंग
बैठक में एपीडीआरपी पार्ट-बी के तहत धनबाद, बोकारो व देवघर में बिजली संरचना सुदृढ़ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है. देवघर में 45 करोड़ रुपये खर्च होंगे. यहां बाबा मंदिर परिसर के आसपास के सारे इलाकों में अंडरग्राउंड केबल लगाये जायेंगे. वहीं धनबाद में 150 करोड़ व बोकारो में 60 करोड़ की लागत से नयी बिजली संरचना तैयार की जायेगी.
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