उन्होंने पहले पुलिसवालों से जबरन डिस्चार्ज करने के संबंध में जानकारी ली, तो पुलिसकर्मी उस बात से इनकार करने लगे़ आयोग ने पुलिसकर्मी को कहा कि जबतक बच्ची पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाती, उसे डिस्चार्ज नहीं किया जायेगा़ आयोग के सदस्य ने रिम्स के अधीक्षक डॉ एसके चौधरी से बात की़ अधीक्षक ने कहा कि यदि यूनिट इंचार्ज डॉ उमेश को लगेगा कि लड़की ठीक हो गयी है, उसके बाद ही उसे डिस्चार्ज किया जायेगा़ चिकित्सकों की सलाह पर नाबालिग का मंगलवार को अल्ट्रासाउंड भी कराया गया़ इधर, पीड़िता के पिता राजेंद्र राम ने बताया कि शाम में लातेहार डीसी व एसपी पीड़िता से मिलने पहुंचे थे.
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पुलिस यातना की शिकार नाबालिग को जबरन डिस्चार्ज कराना चाहती थी पुलिस
रांची :लातेहार के मनिका थाना में पुलिस यातना की शिकार नाबालिग लड़की को लातेहार पुलिस जबरन रिम्स से घर भेजना चाह रही थी़ नाबालिग की सुरक्षा में तैनात दो महिला पुलिसकर्मी व जमादार ने नाबालिग को डिस्चार्ज कराने के लिए उसके परिजनों को कहा था़ परिजनों ने इसका विरोध किया और कहा कि जब तक […]
रांची :लातेहार के मनिका थाना में पुलिस यातना की शिकार नाबालिग लड़की को लातेहार पुलिस जबरन रिम्स से घर भेजना चाह रही थी़ नाबालिग की सुरक्षा में तैनात दो महिला पुलिसकर्मी व जमादार ने नाबालिग को डिस्चार्ज कराने के लिए उसके परिजनों को कहा था़ परिजनों ने इसका विरोध किया और कहा कि जब तक पूर्ण रूप से ठीक नहीं होती नाबालिग, घर नहीं ले जायेंगे़ जबरन डिस्चार्ज की सूचना लड़की के पिता राजेंद्र राम ने बाल संरक्षण आयोग की दी़ बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ मनोज कुमार व बबन गुप्ता रिम्स पहुंचे़.
बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों ने दी दस हजार की सहायता : राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ मनोज व बबन मेहता ने आयोग की ओर से लड़की के पिता को दस हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की़ हलवाई का काम करनेवाले राजेंद्र राम की आर्थिक स्थिति को देखते हुए आयोग ने यह निर्णय लिया था़ इधर, राजेंद्र राम ने घटना की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के नाम से सीएम सचिवालय में एक आवेदन दिया है़
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