ज्ञात हो कि 20 लाख रुपये की लागत से वर्ष 2008 में रिम्स में स्क्रीनिंग मशीन मंगायी गयी थी, लेकिन लाइसेंस नहीं होने के कारण मशीन का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है. यहां मशीन होने की जानकारी मिलने पर एटोमिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड (एइआरबी) ने पिछले साल नवंबर माह में रिम्स प्रबंधन को उक्त मशीन का इस्तेमाल नहीं करने का निर्देश दिया था,क्योंकि जांच के दौरान निकलने वाले रेडिएशन की रोकथाम के लिए प्रबंधन की ओर से कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया था़.
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विडंबना: सरकारी अस्पतालों में ब्रेस्ट कैंसर जांच की सुविधा नहीं
रांची: राज्य के मेडिकल कॉलेज व सदर अस्पतालों में अभी तक ब्रेस्ट कैंसर की जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में भी ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग (मेमोग्राफी) नहीं हो रही है़ रिम्स में स्क्रीनिंग मशीन तो है, लेकिन इसे चलाने के लिए लाइसेंस नहीं है. इस कारण महिलाओं को […]
रांची: राज्य के मेडिकल कॉलेज व सदर अस्पतालों में अभी तक ब्रेस्ट कैंसर की जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में भी ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग (मेमोग्राफी) नहीं हो रही है़ रिम्स में स्क्रीनिंग मशीन तो है, लेकिन इसे चलाने के लिए लाइसेंस नहीं है. इस कारण महिलाओं को निजी जांच घरों का सहारा लेना पड़ रहा है.
मुफ्त में जांच की घोषणा कर चुकी है सरकार
महिलाओं में बढ़ते ब्रेस्ट व सर्वाइकल कैंसर के मद्देनजर राज्य सरकार ने महिलाओं की मुफ्त स्क्रीनिंग कराने की घोषणा की है. मेडिकल कॉलेज से लेकर जिला अस्पताल में ब्रेस्ट कैंसर व सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग मुफ्त में की जानी है. सरकार ने घोषणा तो कर दी, लेकिन जांच के लिए मशीन ही उपलब्ध नहीं है. जहां मशीन है, वहां इसे चलाने के लिए लाइसेंस ही नहीं है.
एइआरबी से लेना पड़ता है लाइसेंस
मेमोग्राफी जांच के लिए मशीन का लाइसेंस एटोमिक एनर्जी रेगुलेट्री बोर्ड (एइआरबी) से लेना होता है. रिम्स में मशीन तो मंगा ली गयी है, लेकिन अभी तक लाइसेंस नहीं लिया गया है. ऐसे में मशीन का उपयोग नहीं किया जा रहा है. हालांकि रिम्स प्रबंधन का कहना है कि लाइसेंस के लिए एइआरबी को आवेदन दिया गया है.
निजी जांच घरों में तीन हजार खर्च
ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग की सुविधा राजधानी के सिर्फ दो निजी जांच घर में है. निजी जांच घरों में जांच के लिए मरीजों को 2500 से तीन हजार रुपये देने पड़ते हैं.
रिम्स में मेमोग्राफी जांच की सुविधा तो नि:शुल्क है, लेकिन हमारे पास मशीन को संचालित करने का लाइसेंस ही नहीं है. लाइसेंस के लिए एइआरबी को पत्र भेजा गया है. यहां सर्वाइकल कैंसर की जांच हो रही है.
डॉ बीएल शेरवाल, निदेशक, रिम्स
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