करीब 10 माह पहले चतरा जिला की पुलिस ने मुख्यालय को एक रिपोर्ट भेज कर कहा था कि आम्रपाली कोल परियोजना में उग्रवादियों द्वारा अवैध मासिक उगाही व उसके बंटवारे को लेकर स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिला है.
दो जुलाई 2015 को चतरा के तत्कालीन एसपी ने यह रिपोर्ट आइजी अभियान को भेजी थी. आइजी अभियान द्वारा 18 जून 2015 को पत्र लिख कर चतरा एसपी से रिपोर्ट मांगी गयी थी. चतरा के एसपी ने जो रिपोर्ट भेजी थी, उसे टंडवा के तत्कालीन एसडीपीओ अखिलेश वी वारियर ने तैयार किया था. हालांकि रिपोर्ट में अवैध उगाही के बिंदु पर यह भी कहा गया था कि वहां की आय-व्यय की विवरणी पर उच्चस्तरीय निगरानी रखने की आवश्यकता है.