रांची/रातू : कांके के मनातू स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी के निर्माणाधीन भवन को उड़ाने की साजिश बुधवार को नाकाम कर दिया गया. भवन में लगभग 10 किलो का शक्तिशाली केन बम रखा पाया गया. सूचना मिलते पुलिस वहां पहुंची. इसके बाद बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया. शाम लगभग 5.25 बजे बम को डिफ्यूज किया गया. बम नक्सलियों ने लगा रखा था या फिर अपराधियों ने, पुलिस इसकी जांच हो रही है.
ग्रामीण एसपी एके झा समेत अन्य पुलिस अधिकारी छानबीन में जुट गये हैं. जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह कमरे के बाहर बिछाये गये लगभग 100 मीटर बिजली की तार पर मजदूरों की नजर पड़ी. मजदूर तार लपेटने लगे. तार कमरे में जाकर एक झोले के अंदर खत्म हुआ. मजदूरों ने देखा कि झोले में कोई भारी सामान है. इसकी सूचना पुलिस को दी गयी. पुलिस ने बम निरोधक दस्ते को बुलाया. दस्ते के सदस्यों ने बम को सुरक्षित निकाला. उसके बाद सौ मीटर दूर ले जाकर एक गड्ढे में ले जाकर उसे डिफ्यूज कर दिया गया. पुलिस के अनुसार केन बम लगभग 12 किलो का था.
पेट्रोल पंप में लगाया टाइम बम
सिमडेगा/कोलेबिरा. कोलेबिरा- सिमडेगा मुख्य पथ पर स्थित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष तिलेश्वर साहू के पेट्रोल पंप में 17 दिसंबर की रात किसी ने टैंक में टाइम बम प्लांट कर दिया. बुधवार को रांची से आये बम निरोधक दस्ते ने 45 मिनट के बाद बम को निष्क्रिय कर दिया. सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि बम का वजन सात किलो था. इसमें अलग से टाइमर लगा कर तार से जोड़ दिया गया था. इसके फटने से पूरा पेट्रोल पंप ध्वस्त हो जाता. आग एक किलोमीटर के दायरे में फैल सकती थी.
पेट्रोल पंप का मुंशी जगदेव महली बुधवार तड़के चार बजे ट्रकों में तेल देने जा रहा था. उसने वहां कोई चीज देखी. ट्रक चालकों ने बताया कि वहां बम लगा है. जगदेव ने इसकी सूचना तुरंत कोलेबिरा पुलिस को दी. एसपी असीम विक्रांत मिंज का कहना है कि इस घटना में उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ का हाथ होने की आशंका है.