रांची: सरकार ने युवा आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों को बरखास्त कर दिया है. आयोग के अध्यक्ष चंद्रभूषण और सदस्यों में डॉ अशेक नाग व ब्रजनेश विद्यार्थी को बरखास्तगी की सूचना दे दी गयी है. सरकार ने आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों को झारखंड का निवासी नहीं होने की बात कहते हुए बरखास्त किया है. उन्हें बताया गया है कि उन्होंने झारखंड का निवासी होने से संबंधित प्रमाण नहीं दिया है, इस वजह से नियुक्ति गलत है.
चेक से भेजा वेतन
युवा आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों को खेल विभाग के निदेशक के हस्ताक्षर से जारी चेक से वेतन भुगतान किया गया है. पोस्ट के जरिये तीनों को 08 जनवरी 2013 से 20 नवंबर 2013 तक के वेतन का चेक भेजा गया है. चंद्रभूषण को 07,3,828 रुपये का चेक दिया गया है.
जबकि डॉ अशोक नाग और ब्रजनेश चंद्र विद्यार्थी को 6,66,649 रुपयों का चेक भेज गया है. तीनों को वेतन परची नहीं दी गयी है. पूछने पर खेल निदेशक ददन चौबे ने बताया कि उन्होंने सरकार के आदेश पर चेक के जरिये वेतन भुगतान किया है.
मामला विचाराधीन, अब न्यायालय में ही मिलेगा न्याय
हम वेतन के जरिये नहीं, बल्कि युवाओं के विकास के लिए आयोग में आये थे. हमारी लड़ाई युवाओं के हित की है. बरखास्तगी का मामला न्यायालय में विचाराधीन है. राज्य सरकार आयोग के अध्यक्ष या सदस्यों को बरखास्त नहीं कर सकती है. आनन-फानन फैसला लेकर सरकार ने जता दिया है कि कानून नाम की किसी चीज से उनका कोई वास्ता नहीं है. अब न्यायालय में ही न्याय मिलेगा.
चंद्रभूषण, पूर्व अध्यक्ष, झारखंड राज्य युवा आयोग